चरखी दादरी। हरियाणा की छोटी सरकार सरपंचों को अब ग्राम पंचों का भी समर्थन मिल गया है। सरपंचों ने पंचों के साथ सड़कों पर उतरते हुए सरकार व पंचायत मंत्री के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। साथ ही सीटीएम को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकाल को वापिस लेने की मांग उठाई। इस दौरान उन्होंने सरपंचों ने एक मार्च को चंडीगढ़ में सीएम आवास का घेराव कर पड़ाव डालने की रणनीति तैयार की और प्रत्येक गांवों से 50-50 लोगों के साथ चंडीगढ़ पहुंचेंगे का कार्यक्रम तय किया गया।
बता दें कि पूरे हरियाणा के सरपंच ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकाल सहित 10 मांगों को लेकर लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। हालांकि सरपंचों के धरने को सामाजिक, किसान व कई अन्य संगठन समर्थन दे चुके हैं। वहीं सरपंचों ने ग्राम पंचांे के साथ दादरी में सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने लघु सचिवालय पहुंचकर सीटीएम रेणुका नांदल को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के बाद सरपंचों ने एकजुट होकर चंडीगढ़ कूच की रणनीति तैयार की।
सरपंच एसोसिएशन के प्रधान सुनील रासीवास व रामचंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रदेश की सरकार गांवों का विकास ही नहीं करवाना चाहती है। यहीं कारण है कि सरपंचों पर अनाप-शनाप का दबाव व नियम लागू किए जा रहे हैं। सरपंचों ने मंत्री देवेंद्र बबली को डमी मंत्री बताते हुए कहा कि उनसे हारे मंत्री को पंचायती राज की पावर दे देनी चाहिए। कहा कि पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली को पंचायती राज नियमों की जानकारी नहीं है और सरपंचों को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। अब सरपंच आर-पार की लड़ाई के मूढ में हैं और एक मार्च को चंडीगढ़ में सीएम आवास का घेराव कर पड़ाव डालेंगे और जीतकर ही लौटने का प्रण लिया है। हर हाल मंे ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकाल को वापिस करवाने के लिए प्रत्येक गांवों से 50-50 लोगों के साथ सरपंच चंडीगढ़ में पहुंचेंगे