जीरकपुर/ संदीप सिंह बावा/ बढ़ते कदम
कांग्रेस का हाथ छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए पार्षदों ने काऊंसिल प्रधान उदयवीर ढिल्लों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि शहर में जितने भी कार्य पहले हुए थे उन सब में भ्रस्टाचार किया गया है। जिसकी विजिलेंस जांच होनी चचाहिए। मीटिंग के दौरान वार्ड नंबर 14 से पार्षद हरजीत सिंह मिंटा ने कहा कि हमारे 11 से 12 पार्षद एक साथ हैं और जल्द ही हम 22 पार्षद पूरे कर लेंगे। इस से पहले मौजूदा प्रधान उदयवीर ढिल्लों को प्रधानगी से उतारा जाए, उस से पहले ही वह खुद ही इस्तीफा दे दें। ताकि उनकी जगह किसी ओर व्यक्ति को प्रधान बनाया जा सके और शहर का विकास किया जा सके। मीटिंग में मौजूद पार्षद नवजोत सिंह व पार्षद नेहा शर्मा ने कहा कि जब वह कांग्रेस में थे तो मतो पर पहले ही उनके दस्तख्त ले लिए जाते थे और काम शुरू करवा दिया जाता था।

लेकिन हमने पता ही नही होता था कि क्या काम हो रहा है। कहां कितने पैसे लगाए जा रहे हैं, बाद में जब पता चला कि हरेक काम में बड़े स्तर पर घपले किए जा रहे हैं तो हमने विरोध किया और पार्टी छोड़ दी। लेकिन पिछले एक साल से तो विकास कार्य बिल्कुल जीरो हैं, लेकिन 2022- 23 का बजट 120 करोड़ दिखा दिया गया है। जिसकी हमे समझ नही आ रही कि इतनी बड़ी अमाउंट कहा चली गई। जबकि शहर के लोग बुन्यादी साहूलतों को आज भी तरस रहे हैं। काऊंसिल व शहर वासियों का इतना बड़ा पैसा पता नही कहां लगा दिया गया है। जिसकी बड़े स्तर पर विजिलेंस जांच होनी चाहिए। हरजीत सिंह मिंटा ने कहा कि ठेकेदारों से कोई भी टेंडर अलाट होने के बाद काम शुरू करने से पहले ही मोटी कमीशन ली जाती थी। जिसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिए। वहां मौजूद 11 पार्षदों व उनके सहयोगियों ने काऊंसिल प्रधान उदयवीर ढिल्लों को इस्तीफा देने की मांग की है। इस दौरान वार्ड नंबर 14 से हरजीत सिंह मिंटा, वार्ड नंबर एक से पार्षद ऊषा रानी के पति प्रताप राणा, वार्ड नंबर 4 से सुनीता जैन, वार्ड नंबर पांच से नेहा शर्मा, वार्ड नंबर 6 से अजीतपाल, वार्ड नंबर 17 से नीलम सैनी के पति जसविंदर सिंह, वार्ड नंबर 26 से नवजोत सिंह, वार्ड नंबर 27 से रेनू नेहरू के पति पवन नहरू, वार्ड नंबर 28 से सुखबीर लक्की, वार्ड नंबर 29 से जसविंदर लोंगिया, वार्ड नंबर 31 से पार्षद नीतू चौधरी के ससुर राम कुमार मौजूद थे।

यह सबके सामने पूरे पंजाब को पता है कि जिस व्यक्ति के दामन पर दाग होता है वह लोग ही भाग कर सत्ता पक्ष के पल्लू में छुप जाते हैं। जो व्यक्ति पाक साफ होता है वह अपनी जगह पर खड़ा रहता है। आप की सरकार ने शुरुआती दिनों में भ्रष्टाचार के खिलाफ काफी कार्रवाई की है यदि हमने भ्रष्टाचारी होते तो हम भी आज दूसरे लोगों की तरह अंदर होते। यह लोग कौन सा दूध का धुले हैं, सबको पता है की वह कितने भ्रष्ट हैं, फस जाने के डर से सत्ता पक्ष में चले गए हैं। हमारी गलती यह है कि हमने इन लोगों को जरूरत से ज्यादा सम्मान दे दिया था जो उन्हें हजम नही हुआ और उन्होंने उलटी मार दी। अब देखते हैं दूसरी पार्टी में कितना सम्मान मिलता है। यह लोग सत्ता के लालची हैं खुद ही आपस में लड़कर टूट जाएंगे, आने थोड़े से समय में पता चल जाएगा।