वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करवाने के लिए भूतपूर्व सैनिक बहादुरगढ़ में सड़कों पर उतर आए। कभी देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवान अब बुढ़ापे में सड़कों पर सरकार के खिलाफ अपने हकों के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं। बहादुरगढ़ में शहीद भगत सिंह पार्क से लेकर लघु सचिवालय तक भूतपूर्व सैनिकों ने प्रदर्शन किया और देशभक्ति के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी पूर्व सैनिक लघु सचिवालय तक पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों से जुड़ी तख्तियां भी ले रखी थी। भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि सरकार ने वन रैंक वन पेंशन स्कीम में जवानों और अफसरों की पेंशन के बीच भारी अंतर कर रखा है। बैटल केटेगरी में भी सैनिकों के साथ भेदभाव किया गया है। भूतपूर्व सैनिक की विधवा को भी बहुत कम पेंशन दी जा रही है, जिसे 50% करने की मांग की गई है। मिलिट्री सर्विस पे में भी जवान और अफसर के बीच काफी भेदभाव है। जिसे दूर करने की मांग की गई है। भूतपूर्व सैनिकों ने अग्निवीर योजना भारतीय फौज के अफ़सरों पर भी लागू करने की मांग की है। प्रदर्शन करते हुए पूर्व सैनिकों ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वह कभी पीछे नहीं हटे। अब अपने हकों के लिए भी लगातार संघर्ष करते रहेंगे जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती। भूतपूर्व सैनिकों की विधवा और सैनिक परिवारों की महिलाओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
