दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती फैडऱेशन के खिलाफ लंबे समय से धरना दे रहे पहलवानों के साथ रात को हुई धक्का मुक्की और राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा की दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तारी किए जाने को लेकर अब कांग्रेसियों को भी दिल्ली जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए जाना शुरू हो गया है। गुरूवार को पूर्व शिक्षा मंत्री और झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने भी स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश और केेन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दिल्ली के लिए कूच किया। दिल्ली कूच करने से पहले गीता भुक्कल यहां मीडिया के भी रूबरू हुई। यहां उन्होंने हरियाणा और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कितनी शर्म की बात है विश्वस्तर के दिग्गजों को अपनी मांगें मनवाने के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वस्तर पर तिरंगा लहराने वालों का अपमान किया जा रहा है। जब यहीं खिलाड़ी देश के लिए मैडल लेकर आते है तो उस समय प्रदेश सरकार के मुखिया मनोहर लाल खट्टर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन्हीं खिलाडिय़ों को देश की शान बताते है। लेकिन आज जब यहीं पहलवान अपनी जायज मांग के लिए धरने पर बैठे और अपने साथ हुए अन्याय के लिए आवास उठा रहे है तो इन्हीं दिग्गजों को जातीय रंग दिया जा रहा है और उन्हें जाति विशेष का बताया जा रहा है। उन्होंने कहा बीती रात दिल्ली के जंतर-मंतर पर जो कुछ हुआ वह किसी से छिपा नहीं है। देश देख रहा है कि कैसे संवैधानिक संस्थाओं को दुरूपयोग कर लाठी भांजने का काम सरकार कर रही है। भुक्कल ने सरकार पर कानून व्यवस्था को पूरी तरह से अपने हाथों में लिए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी मन की बात की तो 100वीं वर्षगांठ मना रहे है,लेकिन खिलाडिय़ों की मन की बात सुनने से परहेज कर रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि बीती रात दिल्ली के जंतर-मंतर पर जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। जब सरकार विश्व के दिग्गजों की हीं नहीं सुन रही है तो फिर गरीब और आम आदमी की वह कैसे सुनेगी। भुक्कल ने कहा कि न्याय मांगने वाले पहलवानों को जातीय विशेष व हरियाणा का बताया जातना बेहद शर्मनाक है। जबकि सभी को पता है कि खिलाड़ी पूरे देश का होता है।
