राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्यवाही से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता इस कार्यवाही को लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बता रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विंग कमांडर सुरेंद्र गौड़ ने कहा कि राहुल गांधी ने केवल यही पूछा था कि अडानी और पीम मोदी का क्या संबंध है, जबकि लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया। अगर संसद में राहुल गांधी को बोलने का मौका दिया जाता तो वे सबूत पेश करते, इसीलिये लोकतंत्र खतरे में है।
ओबीसी प्रकोष्ठ के जिला चेयरमैन सुभाष तंवर ने कहा कि राहुल गांधी ने किसी भी तरह से ओबीसी वर्ग का अपमान नहीं किया है। राहुल ने नीरव मोदी और ललित मोदी के खिलाफ टिप्पणी की है। क्योंकि ये दोनों देश से फ्रॉड करके गए हैं और पीएम मोदी इन दोनों का साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाया रही हैऔर सविंधान को खतरे में डाल रही है। सरकार के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ सरकार ईडी व अन्य जांच एजेंसियों को लगा देती है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमवीर पंवार ने कहा कि देश मे पिछले काफी समय से लोकतंत्र खतरे में है। सरकार की कमियों के खिलाफ जो लोग आवाज उठाते हैं उनकी आवाज को दबाकर लोकतंत्र को खतरे में डालने केस काम किया जा रहा है। अदानी से पीएम मोदी से संबंधों के बारे में पूछने पर राहुल गांधी पर दुर्भाग्यपूर्ण कार्यवाही की गई है।