आज वर्ल्ड हार्ट डे है। इसलिए आज आपको अपने दिल को जानना और सुनना चाहिए। इसीलिए तो इस वर्ल्ड हार्ट डे का थीम भी- सैंड हर्ट , नो यूअर हार्ट रखा गया है। यानि आज आपको अपने मोबाईल का इस्तेमाल करते हुए अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, साथियों और सहयोगियों को हार्ट की इमोजी भेजकर दिल को दुरूस्त रखने का संदेश देना है। मैक्स हॉस्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दिल को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन भी किया है। डॉ चन्द्रशेखर ने बताया कि 40 साल तक की उम्र में जो हार्टअटैक आ रहे हैं उनका सबसे बड़ा कारण धुम्रपान है। आजकल बच्चे शौक और फैशन के चक्कर में धुम्रपान के आदी हो रहे हैं जिसके कारण उनके दिल पर गहरा असर पड़ रहा है और अगर कोई डायबिटिज का मरीज है और वो धुम्रपान करता है तो उसे तो दिल की बिमारी का ज्यादा खतरा बना रहता है। इसलिए इस वर्ल्ड हार्ट डे आप स्मोकिंग को अलविदा कर दीजिए।
आजकल वर्क फ्रॉम होम का भी कल्चर है। दफ्तर में घंटो बैठे रहकर काम भी करना पड़ता है। ये भी अब एक बड़ी समस्या आपके दिल के लिए बन गया है। डॉ चन्द्रशेखर का कहना है कि लगातार 10 घंटे एक ही जगह बैठकर काम करने वालों का दिल भी बिमार हो रहा है। इसलिए लगातार एक ही जगह पर बैठने से बचना चाहिए और अगर बैठना भी पड़े तो हर एक घंटे के बाद 10 मिनट टहलने और स्ट्रैचिंग या हल्की फुल्की एक्सरसाईज कर लेनी चाहिए। ताकि आपका दिल सुरक्षित रह सके।
डॉ चन्द्रशेखर ने बताया कि दिल की बिमारी को हल्के में नही लेना चाहिए। 40 के बाद तो नियमित जांच करवानी ही चाहिए। घर पर आपके डॉक्टर का, आसपास के किसी खास अपने का नम्बर भी होना जरूरी है ताकि आपात स्थिती में घरवालों को पता हो कि किसे फोन करना है और कौन तुरन्त मदद को आ जाएगा। क्योंकि हार्ट अटैक की स्थिती में शुरूवाती वक्त गोल्डन पीरियड होता है और अगर वो चूक गए तो नुकसान काफी होने की संभावना रहती है। इसलिए अगर आप भी चाहते हैं कि आपका और आपके अपनों का दिल मुस्कुराता रहे तो इस दिल का ख्याल रखने के लिए नियमित व्यायाम, पौष्टिक आहार और नियमित जांच को अपनी दिनचर्या बना लीजिए। हां एक बात और धुम्रपान और अल्कोहल से भी तो दूरी बनानी है।