ऐलनाबाद । उपमंडल कार्यालय ऐलनाबाद में वाहनों के रजिस्ट्रेशन व अन्य फीस आवेदकों से ली गयी लेकिन खजाने में जमा नहीं हुई । रशीद / चालान पर लगी मोहर भी फर्जी पाई गई है । बैंक ने मोहर को अपनी बताने से मना कर दिया है । आरंभिक जांच में 2 करोड़ 30 लाख का गबन सामने आया है । गबन भी तब पकड़ में आया जब उपमंडल अधिकारी डॉ वेद प्रकाश बेनीवाल ने फाइलों का औचक निरीक्षण किया तो बैंक में जमा राशि की वेरिफिकेशन नही हो पाई । उसके बाद जांच के आदेश दिए गए ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वाहन रजिस्ट्रेशन क्लर्क , ड्राइविंग लाइसेंस सहित हर तरह की फीस लोगों से ली गयी लेकिन खजाने में जमा नहीं हुई ।
गबन के लिए कर्मचारियों ने एक बाहरी व्यक्ति को रखा हुआ था
इसी बीच पता चला है कि एक प्राइवेट आदमी को फीस जमा करवाने के लिये रखा हुआ था लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नही हो पाई है
शक ना हो इसलिए बीच बीच मे फीस जमा करा दी जाती थी
ज्यादतर फीस खजाने में जमा ना करवा कर अपनी जेब मे डाल ली जाती किसी को शक ना हो इसके लिए बीच बीच मे फीस खजाने में जमा करवा दी जाती थी ।
यह मामला वाहन रजिस्ट्रेशन कार्यालय से जुड़ा है औचक निरीक्षण किया तो बात सामने आई है गहन जांच की जा रही है जो सामने आएगा बता दिया जाएगा – डॉ वेदप्रकाश बेनीवाल SDM
बुधवार या वीरवार को इस मामले में प्रशासन एफआईआर दर्ज करवा सकता है