उन्होंने कहा कि 3 महीने से लगातार वह विभाग के उच्च अधिकारियों को अपनी मांगे बताते आ रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों का कोई समाधान नहीं हो रहा है। जिससे नराज होकर आज पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स हड़ताल पर चले गए हैं। पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के प्रधान नवीन ओहलायन ने कहा कि फरवरी माह से वह लगातार अपनी मांगे विभाग की कार्यकारी अभियंता प्रतिभा जी के सामने रखते आ रहे हैं। लेकिन मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं। उनकी मांग है कि उन्हें इस बरसात के मौसम में जो जरूरी उपकरण हैं वह मुहैया कराई जाएं। ताकि सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें काम करने में आसानी हो। इसके अलावा पंप हाउस पर स्टाफ को बढ़ाया जाए क्योंकि फिलहाल पंप हाउस पर एक ही कर्मचारी या ऑपरेटर कार्यरत है। जो 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा कि यह मौसम बरसात का है और जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। लेकिन उपकरणों के अभाव में वह पानी निकासी करने में असमर्थ हैं। उन्हें ना तो कोई जूते मुहैया कराए जा रहे हैं और ना ही कोई सुरक्षा उपकरण ही दिए गए हैं। ऐसे में उनके सामने जान माल का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने कहा कि विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रतिभा जी के सामने उन्होंने कई बार अपनी मांगे रखी है लेकिन उनकी तरफ से कोई तसल्ली बख्श जवाब नहीं दिया जाता है। जिससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए जाते और उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक वह हड़ताल करने को मजबूर रहेंगे। लेकिन आमजन को कोई समस्या ना हो इसके लिए कुछ कर्मचारी समय-समय पर पानी निकासी की व्यवस्था में भी लगे रहेंगे।
वही, विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रतिभा ने कहा कि कर्मचारियों की कुछ मांगे पूरी कर दी गई हैं और बाकी मांगों को शीघ्र ही पूरा कर दिया जाएगा। जहां तक बाढ़ बचाओ की बात है तो सभी मशीनरी सही प्रकार से काम कर रही है और सभी पंप हाउस भी दुरुस्त किए गए हैं। ताकि जलभराव जैसी स्थिति से निपटा जा सके। अब देखने वाली बात यह है कि एक और विभाग के कर्मचारी उपकरण ना मिलने के कारण जल निकासी करने में असमर्थ बता रहे हैं। वहीं विभाग के अधिकारी सभी कार्य दुरुस्त होने के दावे कर रहे हैं। असलियत क्या है यह सबके सामने शहर में जलभराव की स्थिति से साफ जाहिर हो रहा है।