एक और जहां गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है और धान के सीजन में जहां किसान धान की फसल की बुवाई करने के लिए बारिश का इंतजार कर रहा है तो वही मतलौडा खण्ड के गांव कवि में बिन बारिश ही किसानों की फसल डूबने की कगार पर है …अब आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे हो सकता है…ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि नहरी विभाग द्वारा गांव कवि के खेतों से निकली ड्रेन की सफाई नहीं की गई जिस लापरवाही का खामियाजा गांव के दर्जनों किसानों को भुगतना पड़ रहा है… किसानों ने बताया कि ड्रेन में गांव के जोहड़ का गंदा पानी और खेतों में स्थित एक हेचरी का केमिकल युक्त पानी छोड़ दिया जाता है जिसकी वजह से ड्रेन का पानी ओवरफ्लो होकर खेतो में उतर जाता है…किसानों ने बताया कि ड्रेन की ना तो निकासी की व्यवस्था और ना ही सफाई की गई है जिसकी वजह से पानी खेतो में उतर जाता है…किसान बिजेंदर ने बताया कि उन्होंने 70 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन ठेके पर ले रखी है…उन्होंने बताया कि उन्होंने जैसे ही फसल लगाई तो उनके खेत में ड्रेन का पानी उतर गया और उनकी फसल पानी में डूब गई और अब आलम ये है कि गंदा और केमिकल युक्त पानी होने की वजह से उनकी फसल गल चुकी है… किसान ने बताया कि नहरी विभाग की तरफ से औपचारिकता पूरी करने के लिए थोड़ी बहुत ड्रेन की सफाई की जाती है बाकी छोड़ दी जाती है…किसान कुलदीप बांगड़ ने बताया कि ड्रेन की सफाई करवाने को लेकर नेहरी विभाग जिला उपायुक्त पानीपत बीडीपीओ ऑफिस और ग्राम पंचायत को कई बार शिकायत दी जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती उन्होंने बताया कि ड्रेन की सफाई ना होने की वजह से 50 से 60 एकड़ फसल खराब होने की कगार पर खड़ी है अगर इस बीच बारिश आ जाती है तो 500 600 एकड़ फसल खराब हो सकती है… किसान ने बताया कि कि वह लोग नेहरी विभाग से इतना परेशान हो चुके हैं कि अब उनके पास फांसी लेने के अलावा दूसरा कोई समाधान नहीं है ।
