सुंदरनगर, 26 फरवरी 2023।
कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश जिला मंडी कृषि प्रद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आतमा जिला मंडी विकास खंड सुंदरनगर द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत खिलड़ा के गांव धारण्डा के किसानों द्वारा तैयार प्राकृतिक खेती के प्रदर्शन प्लॉट को जिला शिमला के तीन विकासखंड (ठियोग, टूटू तथा बसंतपुर) के लगभग 30 किसान देखने के लिए आए और उन्होंने सुंदरनगर के किसानों से प्राकृतिक खेती के बारे में चर्चा भी की।
सुंदरनगर कृषि विकास खंड के खंड तकनीकी प्रबंधक लेखराज और सहायक तकनीकी प्रबंधक शिवानी ने बच्चों को प्राकृतिक खेती व प्राकृतिक खेती में उपयोग होने वाले सभी घटकों के बारे में भी बिस्तार पूर्वक जानकारी दी।
लेखराज ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों को आयोजित करने का उद्देश्य है कि राज्य का संपूर्ण किसान वर्ग प्राकृतिक खेती के बारे में जाने, उसके महत्व को समझें और प्राकृतिक खेती को अपनाकर स्वस्थ भविष्य की ओर अग्रसर करे।
धारण्डा गांव के किसानों द्वारा तैयार प्राकृतिक खेती के प्रदर्शन प्लॉट का किया भ्रमण।
इस दौरान जिला शिमला के किसानों को ग्राम पंचायत खिलड़ा, गांव धारण्डा के किसानों द्वारा तैयार प्राकृतिक खेती के प्रदर्शन प्लॉट का भर्मण भी करवाया गया| इसमें किसानों को मिश्रित खेती तथा उसके अच्छादन के बारे में बताया गया| किसानों को प्राकृतिक खेती से होने वाले फायदे जैसे कम लागत से ज्यादा फसल का लाभ, रसायनिक उर्वरकों के उपयोग से होने वाले विभिन्न प्रकार के प्रदूषण को कम करना आदि के बारे में भी बताया गया|
पैदावार की गुणवत्ता बढ़ती है।
लेखराज ने कहा कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती से पैदावार की गुणवत्ता बढ़ती है, क्योंकि इस तकनीक में किसी भी रासायनिक उर्वरको एवं कीटनाशकों का प्रयोग वर्जित है। इस तकनीक में सभी प्राकृतिक चीजों का ही प्रयोग किया जाता है जिससे फसल जहर मुक्त होती है और इसका सेवन करने से किसी भी प्रकार की बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा नहीं होता है।