शक्तिपीठ ज्वालामुखी में गुप्त नवरात्रों की धूम है आज पांचवा नवरात्र मनाया गया और हजारों भक्तों की भीड़ मन्दिर में देखने को मिली। ज्वाला माता के गुप्त नवरात्रि में पूजा जप पाठ आदि का विशेष महत्व है। इन्ही आषाढ़ मास के नवरात्र में माता ज्वाला की भी उत्पति हुई थी, इसी के चलते माता ज्वाला के जन्म उत्सव की तैयारियां भी जोरो शोरो से शुरू हो गई हैं।
मन्दिर में तीन दिन माता की चौकी का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए वाटर प्रूफ टेंट लगाया जा रहा है। पुजारी सभा प्रधान व पुजारी अविनेदर शर्मा ने बताया कि इस उमस व बरसात के मौसम में ही माता ज्वाला का जन्म हुआ था जिसे अष्टमी के दिन धूमधाम से मनाया जाएगा। इन नवरात्रों में माता ज्वाला की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है |
इन नवरात्रों में 85 विद्वान पंडित पुजारी माता ज्वाला का शतचंडी पाठ, बटुक, गायत्री व माता ज्वाला का मूल मंत्र का जप कर रहे हैं।अष्टमी के दिन माता को विशेष भोग लगाया जाएगा और नवमी के दिन हवन यज्ञ की आहुति के बाद विशाल भन्डारे का भी आयोजन किया जाएगा। माता ज्वाला इन नवरात्रों में सभी भक्तों को विशेष फल देती है।