दिव्यांगजन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि दुर्घटना के कारण दिव्यांगता होने पर प्रदेश सरकार की दयालु योजना के तहत 5 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देने का प्रावधान किया गया है। सभी दिव्यांगजन 30 जून तक अपने यूडीआईडी कार्ड बनवा लें, जिससे उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ निरंतर मिलता रहेगा। दिव्यांगों की शिक्षा के लिए जल्द ही प्रदेश में 1380 नए विशेष अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी।
दिव्यांगजन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ जनकपुरी कॉलोनी स्थित होलीपथ स्पेशल स्कूल में अधिकारियों से चर्चा करने के दौरान बाले रहे थे। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित दिव्यांगों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने कहा कि अब दिव्यांग विद्यार्थियों को 10वीं व 12वीं परीक्षा का शुल्क नहीं देना होगा। इसके साथ-साथ जिन दिव्यांगों को परीक्षा देने के लिए लेखकों की जरूरत होगी, तो संबंधित केंद्र अधीक्षक उन्हें यह सुविधा मुहैया करवाएगा। हरियाणा पहला ऐसा प्रांत है जो कि दिव्यांगों को अधिकतम पैंशन के साथ-साथा प्लॉटों में रिजर्वेशन आदि सुविधाएं दे रहा है। प्रदेश में करीब एक लाख 3 हजार दिव्यांगों को पैंशन दी जा रही है। प्रदेश सरकार पूरी गंभीरता से दिव्यांगों के हकों के लिए कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की मदद के लिए दिव्यांग मित्र पोर्टल बनाया गया है, जिस पर दिव्यांग विभिन्न प्रकार की जानकारी ले सकते हैं। इसके साथ-साथ ऑनलाईन व्यवस्था के माध्यम से दिव्यांगों की कोर्ट लेने की व्यवस्था को ल लागू किया गया है ताकि दिव्यागों को दूर न आना पड़े। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को रोजगार के अवसर देने हेतू जल्द ही एमेजोन कम्पनी से अनुबंध किया जाएगा। पहले फेज में मूक बधिर दिव्यांगों को रोजगार दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में दिव्यांगों को कृत्रिम अंग देने के लिए मई के अंत में विशेष शिविर आयोजित करके मापतोल किया जाएगा। थैलेसीमिया के मरीजों के लिए जिला रैडक्रॉस द्वारा ब्लड बैंक में रक्त मुहैया करवाने की सुविधा की गई है।