दो बार मीटिंग होने के बावजूद भी लिपिकों की मांगों को लेकर कोई
सार्थक परिणाम सामने नहीं आए हो,लेकिन लिपिकों को उम्मीद है कि उन्होंने
निराशा नहीं छोड़ी है उम्मीद यहीं है कि सरकार उनकी मांगों पर जरूर ध्यान
देगी और उन्हें पूरा भी करेगी। शनिवार को कार्यालय की छुट्टी होने के
बावजूद भी प्रदेश के अन्य जिलों की तरह झज्जर में भी पांच लिपिक अपनी
मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे। भूख हड़ताल पर बैठने वाले
कर्मचारियों ने अपनी मांगों को जायज बताया और कहा कि सरकार को उनकी मांग
मान लेनी चाहिए। भूख हड़ताल पर अन्य साथी कर्मचारियों के साथ बैठी लिपिक
रेखा और दिनेश कुमार ने कहा कि वह जनहित के काम के लिए तत्पर है। शासन और
प्रशासन को जहां उनकी जरूरत पड़ेगी वह काम करने के लिए तैयार रहेंगे।
उन्होंने पर्यावरण के प्रति भी संदेश देते हुए पौधारोपण किया है।
उन्होंने कहा कि दो दौर की सरकार के साथ वार्ता बेशक विफल हो गई हो,लेकिन
उन्होंने अपनी उम्मीद नहीं छोड़ी है। उन्हेें उम्मीद है कि जल्द ही
सरकार उनकी मांग को पूरा करेगी।