Sunday , September 8 2024
Breaking News

पंजाब में भाखड़ा और पौंग बांध से पानी छोड़ने पर पांच जिलों में आई बाढ़, भारतीय सेना ने 213 लोगों को हेलीकॉप्टर और 422 लोगों को नाव की मदद से किया रेस्क्यू|

हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश का कहर हिमाचल के साथ-साथ पंजाब को भी भुगतना पड़ रहा हैं. हिमाचल प्रदेश में हुई तेज़ बारिश के बाद भाखड़ा और पौंग बांध से पानी छोड़ने के कारण पंजाब के पांच जिले होशियारपुर, रूपनगर, गुरदासपुर, कपूरथला और फिरोजपुर ये पांच राज्य फिर से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। वही बताया जा रहा हैं कि पंजाब के होशियारपुर में स्थिति ज्यादा खराब हो गई है। यहां बचाव के लिए सेना और एनडीआरएफ (NDRF) को उतारना पड़ा है। विशेष अभियान के दौरान अब तक कुल 766 लोगों को बचाया गया हैं। इनमें से 213 को हेलीकॉप्टर, 422 को बोट और 131 लोगों को अन्य माध्यमों से बचाव अभियान के तहत रेस्क्यू किया गया हैं| (Punjab)

वही दूसरी ओर ब्यास नदी और सतलुज किनारे के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ब्यास नदी के पानी ने दर्जनों गांवों में तबाही मचा दी है। कई जगहों पर नदी का रुख बदल गया है, जिससे गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। होशियारपुर के गांव बेला ठाकरां और मंड सनूर में कच्चे बांध टूटने से पानी गांवों में घुस गया है। गांव बेला लुध्यादचान, हलेढ़, पराल, रियाली, मंड बढ़पुर गांवों में भी पानी भरने से कई परिवारों को हेलीकॉप्टर से निकाला गया हैं। लोगों को सरकारी स्कूलों, सत्संग घरों में शिफ्ट किया गया है। जहा वे सभी लोग सुरक्षित हैं, रेस्क्यू ऑपरेशन में एयरफोर्स के 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। पंजाब के साथ लगते इंदौरा उपमंडल में भी 493 लोगों को बचाव अभियान के तहत बचाया गया है। कांगड़ा के डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने इस बात की पुष्टि की है।

मुकेरियां में खाने का संकट

होशियारपुर के मुकेरियां में गांव मोतला, हलेड जनार्दन, कोलियां कुलियां, महिताबपुर के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां पर लोगों के खाने तक के लाले पड़ चुके हैं। पशुओं के लिए चारा भी नहीं है। गांव हलेड जनार्दन के 100 परिवार, मोतला के 25 और गांव कुलियां के करीब 50 परिवार मियाणी के ज्यादातर लोग अलग-अलग गांवों में और अपने रिश्तेदारों के घरों पर रह रहे हैं। (Punjab)

पौंग का जलस्तर खतरे के निशान से दो फीट ऊपर, 35 वर्षों में पहली बार भाखड़ा के गेट 12 फुट तक खोले
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) का कहना है कि अभी पांच दिन और गेट खुले रहेंगे। भाखड़ा बांध के फ्लड गेट 12 फुट तक खोल दिए थे, जोकि 35 वर्षों में पहली बार ऐसा करना पड़ा है। बीबीएमबी के अधिकारियों ने बताया कि 12 और 13 तारीख को हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश से बांध में पानी का स्तर अचानक बढ़ गया था, जिस कारण पानी छोड़ना पड़ा। अतिरिक्त पानी छोड़ने से पहले संबंधित राज्य सरकारों, विभागों और निचले इलाकों के प्रभावित इलाकों को एडवाइजरी जारी की गई थी। बीबीएमबी के मुख्य अभियंता एके सिडाना ने बताया कि पौंग बांध का जलस्तर 1397.57 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 1395 से 2.57 फीट ऊपर है।

भुलत्थ के 15 गांव में घुसा पानी, 200 लोग फंसे

भुलत्थ के करीब 15 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चूका है। यहां फंसे 450 लोगों में 250 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। हालांकि, 200 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। ढिलवां क्षेत्र के धुस्सी बांध के साथ लगते मंड कूकां, मंड इब्राहीमवाल, रायपुर अराईयां, चक्कोकी, बुताला, ढिलवां, मिर्जापुर, दाऊदपुर, मंड हबीबवाल, घग्ग दौलतपुर, मंड सरदार सिंह वाला, नंगल लुबाना सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। (Punjab)

पंजाब में अगले चार दिन हल्की बारिश होने की संभावना
वही अब पंजाब में अगले चार दिन तक मौसम मुख्यता शुष्क रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बुधवार को पंजाब में केवल अमृतसर में 10.0 एमएम व लुधियाना में 0.3 एमएम की बारिश दर्ज की गई थी।

मुख्यमंत्री बोले- हालात काबू में

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य में बाढ़ से उत्पन्न हालात अब काफी हद तक काबू में हैं और सरकार हालात पर पैनी नजर रख रही है। पहाड़ी इलाकों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण राज्य सरकार लगातार हिमाचल सरकार और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के संपर्क में है। पौंग डैम और रणजीत सागर डैम में स्थिति पूरी तरह काबू में है। (Punjab)

डेरा ब्यास ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए दो करोड़

बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए डेरा ब्यास के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दो करोड़ रुपये का चेक सौंपा। इस मुश्किल घड़ी में लोगों की मदद के लिए आगे आने पर डेरे का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित बनाने की जरूरत है कि लोगों को समय पर सहायता मुहैया करवाई जाए। हालांकि, मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा बाढ़ पीड़ित लोगो को जल्द से जल्द सहायता मुहैया करवाई जाएगी|

About admin

Check Also

हिमाचल में ट्रांसफर पर पूर्ण रोक, सरकार ने जारी किए आदेश

हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के तबादलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *