कांग्रेस ने संगठन बनाने की कोशिश की। कोशिश की अशोक तंवर ने उनके शरीर पर लाठियां पड़ी।
संगठन बनाने की कोशिश की कुमारी शैलजा ने उनको बहार का रास्ता दिखा दिया गया
संगठन बनाने का समर्थन किया रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्हें भेज दिया गया तड़ी पार राजस्थान भेजने का काम कर दिया गया
सरपंचों द्वारा कहा गया कि उनके प्रोटेस्ट को खराब करने के लिए बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं के बीच भेज दिया जिन्होंने पुलिस पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। यह बीजेपी की शरारत थी। इसपर कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि यह उचित नही है क्योंकि बहुत सारे सरपंच तो भारतीय जनता पार्टी के ही है और सरपंचों के भारतीय जनता पार्टी के संबंध है। जिला परिषद ब्लॉक समिति पंचायत समिति के 80% से अधिक भाजपा समर्थित ही है। ऐसे में सरपंच भी भाजपा समर्थित है।
क्या यह कहना कि जिस पार्टी के लोग चुनकर नही आ पाए पिछले 8 साल में वो लोग चुनावी मुद्दा नही बना पाए वो लोग दुसरो के मुद्दों की सवारी करने की ही राजनीति महज करते है।
कहा की उन लोगो ने कभी आरक्षण आंदोलन के ऊपर सवारी करने की कोशिश कभी किसान आंदोलन के ऊपर सवारी करने की कोशिश की उन लोगो का अपना कोई राजनीतिक मुद्दा नही खड़ा किया जाता। वो लोग केरल से लेकर कश्मीर तक घूम गए उनको किसी मुद्दे पर समर्थन नहीं मिला। वही लोग इस प्रकार की शरारते करते है।
और यह बात सही है कि सरपंच हमारे जनप्रतिनिधि है।सरपंच हमारे लोकतंत्र की सरकार की तीसरे स्तर के बहुत महत्वपूर्ण मुखिया है। उनके लिए बहुत आदरणीय है , सम्मानीय है , और सरपंचों को वही सम्मान मिलना चाहिए जो सम्मान किसी ओर जनप्रतिनिधियों को। कोई सरपंच छोटा नही हो जाता और कोई विधायक बड़ा नही हो जाता।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी विवाद का समाधान संवाद से है।