पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोक सभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने प्रदेश कार्यालय में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारात्मकता और आशा का माहौल है। उन्होंने कहा कि तरह-तरह की चुनौतियां समय-समय पर आती रहती हैं लेकिन 140 करोड भारतीयों के दृढ़ संकल्प से हमारे देश के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को हम पार कर सकते हैं। सदी में एक बार आने वाली आपदा और युद्ध के दौरान देश को सटीक ढंग से संभालने से हर भारतीय आत्मविश्वास से भरा हुआ है। व्यापक उथल-पुथल के इस दौर में भी भारत दुनिया की 5वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन कर उभरा है।
कटारिया ने कहा कि देश में इस सकारात्मकता का श्रेय स्थिरता, भारत की वैश्विक साख, भारत की बढ़ती क्षमता और भारत में उभरती नई संभावनाओं को जाता है। भाजपा की सरकार ने देश में स्थिर और निर्णायक सरकार दी है। आज देश में सुधार मजबूरी से नहीं बल्कि दृढ़ विश्वास से लागू किए जाते हैं। आज पूरा विश्व भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रहा है। कटारिया ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच के साल घोटालों से भरे रहे और साथ ही देश के कोने कोने में आतंकी हमले हो रहे थे। इस दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट देखी गई और वैश्विक मंच पर भारत की आवाज बहुत ही कमजोर हो गई। यूपीए सरकार के तहत इसे भारत का खोया हुआ दशक कहा जा सकता है, जबकि आज लोग वर्तमान दशक को भारत का दशक कह रहे हैं।
कटारिया ने भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए रचनात्मक आलोचना महत्वपूर्ण है, किंतु रचनात्मक आलोचना के बजाय कुछ लोग बाध्यतावश आलोचना करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों के दौरान हमने ऐसे आलोचक देखे हैं, जो रचनात्मक आलोचना के बजाय निराधार आरोप लगाते हैं। जिससे देश को कमजोर करने के प्रयास उनके द्वारा किए जाते हैं, परंतु 140 करोड़ भारतवासियों का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ सुरक्षा कवच बनकर खड़ा हुआ है। आज सरकार की योजनाओं का सबसे बड़ा लाभ दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और कमजोर वर्गों को मिल रहा है। आज देश का आम नागरिक सकारात्मकता से भरा हुआ है और विपक्षी दलों द्वारा भारतीय समाज में फैलाई जा रही नकारात्मकता से निपटने के लिए सक्षम है। वह इस नकारात्मकता को कभी स्वीकार नहीं करेगा और भारत को विश्व के पथ प्रदर्शक के रूप में स्थापित करके ही चैन की सांस लेगा।
