किसान के बचत खाते से 8लाख की पेमेंट काटे जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन ने रेलवे रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के बाहर पिछले 3 दिनों से बैंक के खिलाफ मोर्चा खुला हुआ है वही कल बैंक अधिकारियों द्वारा आश्वासन मिलने के बाद आज फिर किसान सुबह धरने पर पहुंचे थे। लेकिन दोपहर तक भी बैंक के आला अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब ना मिलने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रत्न
मान सड़क पर लेट गए। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर किसानों के साथ ऐसा किया जा रहा है और बीमारी की हालत में भी वह सड़क पर लेटने को मजबूर हैं। वही किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए थाना शहर पुलिस, डीएसपी और पुलिस बल को भी मौके पर तैनात किया गया था ।काफी देर तक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों को समझाने का प्रयास करते रहे। लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े थे ।अब किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब नेशनल बैंक के जोनल अधिकारियों को इस मसले को सुलझाने के लिए बुलाया गया है। वही किसान अपनी बात पर अडिग है और वह धरने पर बैठे हैं।
आपको बता दें कि दरअसल यह धरना बैंक के खिलाफ क्यों दिया जा रहा है।भाकियू टिकैत ग्रुप के प्रदेशाध्यक्ष रत्न मान ने बताया कि गांव भगवानगढ़ के किसान अजय कुमार का महावीर चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक में बचत खाता है। अजय कुमार की माता बीमारी के चलते कई दिनों से मैक्स अस्पताल में दाखिल हैं।अजय के खाते में 50 हजार रुपये थे। खाते में कुछ समय पहले ढाई लाख रुपये गन्ने की पेमेंट आई थी। जबकि पांच लाख रुपये उसने मां के उपचार के लिए किसी से उधार लेकर खाते में जमा कराए थे।
जब बैंक से आठ लाख रुपए लेने गया तो मैनेजर ने कहा कि आपका दूसरे बैंक में लोन लिया हुआ है। वह पैसे वहां कट गए हैं। जबकि दूसरे बैंक में उसका कोर्ट में केस चला हुआ है। लोन के बदले अजय ने अपनी आठ एकड़ जमीन प्लज की हुई है। अनिल ने यह बात भाकियू पदाधिकारियों ने बताई। जिसके बाद से किसान यूनियन बैंक के खिलाफ प्रदर्शन कर किसान की पेमेंट उसे देने की मांग कर रही है। अब देखना होगा कि किसानों के इस धरने के बाद क्या कोई निष्कर्ष निकल पाएगा या फिर किसान और रणनीति अपनाएंगे।