पानीपत| (मदन बरेजा) गैंगस्टर और पूर्व भाकियू जिला प्रधान सोनू मालपुर ने किसान भवन की प्रधानी का स्वाद ऐसा चखा की अब सोनू मालपुर किसान भवन को छोड़ने को ही तैयार नहीं है जिसके चलते पानीपत के किसान भवन में पिछले 6 महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है जहां एक के बाद एक पंचायती की जा रही है जहां हर महीने पंचायत कर प्रधान नियुक्त किए जा रहे हैं लेकिन सोनू है कि मानता ही नहीं और किसान भवन से जाने को तैयार नहीं है इतना ही नहीं आज एक बार फिर पानीपत के किसान भवन में तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली इतना ही नहीं माहौल इतना खराब हुआ की पानीपत के सीटीएम और डीएसपी को पुलिस फोर्स के साथ पानीपत किसान भवन में पहुंचना पड़ा| (Panipat News)
सीटीएम और डीएसपी हेड क्वार्टर धर्मवीर खर्ब ने खुले शब्दों में सोनू मालपुर और उसके द्वारा नियुक्त किए गए प्रधान जगपाल रावल को चेतावनी व हिदायत दे डाली… सीटीएम ने मीडिया के सामने खुले शब्दों में किसानों के बीच जाकर कह दिया या तो किसान भवन का माहौल शांत कर लो वरना किसान भवन को अटैच कर दूंगा साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि फिलहाल पानीपत किसान भवन का कोई प्रधान नहीं है उन्होंने कहा कि प्रशासन की निगरानी में 11 सदस्य कमेटी बनाई गई है उसी की निगरानी में अब पानीपत किसान भवन का संचालन किया जाएगा अगर किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी… वही पानीपत जिला प्रशासन द्वारा सोनू मालपुर द्वारा किसान भवन के अंदर कार्यालय के बाहर प्रधान महासचिव की लगाई गई नेम प्लेट को भी हटवा दिया गया और किसान भवन के गेट पर लगे बोर्ड को हटवाने के भी आदेश दिए|
वही हरेंद्र राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही सोनू मालपुर ने किसानों को धमकी देने का वीडियो जारी किया उसके बाद कई किसान नेता पानीपत के मॉडल टाउन थाने में शिकायत देने पहुंचे और शिकायत देकर जैसे ही वह मार्केट से कुछ सामान लेकर अपने घर की तरफ निकले वह मेहराणा गांव से निकले ही थे कि उन्हें महसूस हुआ कि कोई उनका पीछा कर रहा है और कुछ ही देर में उनकी गाड़ी को पीछे से ठोक दिया हरेंद्र राणा ने इस हमले के पीछे सोनू मालपुरिया की साजिश बताई है उन्होंने कहा कि सोनू मालपुरिया उन्हें जान से मरवा ना चाहता है… हरेंद्र राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती रात हुए उन पर हमले को लेकर वह एसपी से मिलकर इसकी भी शिकायत पुलिस प्रशासन को देने का काम करेंगे| (Panipat News)
वही सीटीएम राजेश सोनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की सोनू मालपुरिया द्वारा एक धमकी भरा वीडियो वायरल किया गया था जिस पर मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है… और हिदायत दी कि कोई भी आगे से इस प्रकार की वीडियो नहीं डालेगा और जब तक किसान भवन का दोबारा से प्रधान नियुक्त नहीं किया जाता तब तक किसान भवन 11 सदस्य कमेटी के अंडर रहेगा|
वहीं दूसरी ओर प्रशासन सोनू मालपुर और तमाम किसान नेताओं को चेतावनी देकर किसान भवन से निकले ही थे की सोनू मालपुर एक बार फिर किसान भवन में आ पहुंचे… वहीं मीडिया ने सोनू मालपुर से बातचीत करने का प्रयास किया तो सोनू मालपुर ने एक भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया… उन्होंने बीती रात किसान नेता हरेंद्र राणा की गाड़ी के एक्सीडेंट करवाने के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की सोनू मालपुर ऐसे काम नहीं करता उन्होंने बातों ही बातों में इशारा करते हुए कहा की सोनू मालपुर लाठी डंडों से हमला करने वालों में से नहीं है वह तो गोलियों से बात करते है| (Panipat News)
ये है सोनू मालपुर की हिस्ट्री
आपको बता दे कि पूर्व प्रधान सोनू मलपुरिया , एक हिस्ट्रीशीटर गैंगस्टर है जो हत्या सहित विभिन्न केस में 25 साल जेल में सजा काट चुका है। जो कुछ समय पहले सजा पूरी हो जाने के बाद जेल से बाहर आया था जिसके बाद इसने घर पर हवाई फायरिंग की थी और उस आरोप में भी इसको पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया था जिस मामले में फिलहाल जमानत पर चल रहा है। वहीं बीते दिनो पहले इसी सोनू मालपुर के लड़के द्वारा हवाई फायरिंग की गई थी और वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर दहशत फैलाने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ भी मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था।
जेल से जमानत में आने के बाद सोनू मलपुरिया दो साल पहले किसान भवन का प्रधान बन गया था और उसने अपना दो साल का कार्यकाल खत्म होने से पहले अपने आप को 5साल से लिए प्रधान घोषित कर दिया था जिसका जिले के किसानों ने विरोध किया था और बापौली ब्लॉक से अपने खेमे के दूसरे किसान को किसान भवन का प्रधान बना दिया था जिसके बाद से किसान भवन की प्रधानी को लेकर अब तक विवाद चल रहा है। और सोनू मालपुरिया द्वारा अपने चहिते को 2 साल के लिए किसान भवन का प्रधान नियुक्त कर दिया गया। और जिले के किसानों द्वारा सनौली ब्लॉक के किसान को प्रधान बनाया गया था। तब दोनों गुटों में विवाद शुरू हुआ और मामला सीटीएम के कोर्ट में पहुंचा। (Panipat News)
सीटीएम द्वारा दोनों प्रधानों के पदों को खत्म कर दिया गया और 11 सदस्य कमेटी बनाकर किसान भवन की जिम्मेवारी उन्हें सौंप गई। जो सोनू मलपुरिया को राश नही आई और उसके अपने आप को राकेश टिकैत की यूनियन का महासचिव बताते हुए किसान भवन में बने ऑफिस पर अपनी नेम प्लेट लगा दी और कहा यह मेरा दफ्तर है जिसका किसान लगातार विरोध कर रहे हैं और कल भी सोनू मालपुरिया द्वारा किसान भवन के अंदर एक वीडियो बनाकर अपने फेसबुक पेज पर डाल दी गई और विरोध करने वाले किसानों को धमकी दी गई कि उनकी आंखें निकाली जाएंगी और उन्हें किसान भवन के अंदर मौजूद जामुन के पेड़ से बांधकर पीटा जाएगा।