पंचकूला 21 अगस्त : शिक्षा विभाग,हरियाणा ,डिपार्टमेंट ऑफ़ इण्डियन थिएटर पंजाब युनिवर्सिटी,चंडीगढ़ और नाट्यगृहम के सयुक्त तत्वाधान से शिक्षा में रंगमंच के विषय की अनिवार्यता एवम् महत्व को बढ़ावा देने के लिए 10 दिवसीय राज्य सतरीय कार्यशाला का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ़ इण्डियन थिएटर,पंजाब यूनिवर्सिटी,चण्डीगढ़ में किया जा रहा हैं। कार्यशाला के दूसरे दिन के बारे में जानकारी देते हुए डॉ नवदीप कौर ने बताया कि प्रतिदिन विद्यार्थियों को विभिन्न विधाओं से अवगत करवाया जा रहा है। आज उन्हें मन आवाज और तन को एकाग्र करने वाले अभ्यास करवाए गए। (Haryana News)
जिससे भाग लेने वाले विद्यार्थियों को आवाज पर नियंत्रण कैसे रखा जाना है, वे सिखाया गया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को न केवल सैद्धांतिक बलिक व्यावहारिक थिएटर का ज्ञान भी करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसी के साथ विद्यार्थियों में मानसिक चित्र या नई धारणाओं की क्षमताओं को विकसित करने के तरीके भी बताए जा रहे हैं, जिससे कि उनकी कल्पना शक्ति को नई उड़ान दी जा सके समापन समारोह में इन विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली प्रस्तुति में थिएटर के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी गई तथा उसके लिए तैयारी भी करवाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि ये कार्यशाला डॉ-अंशज सिंह(डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन,हरियाणा) के नेतृत्व में और श्रीमती अमृता सिंह(एडिशनल डायरेक्टर एलीमेंट्री एजुकेशन हरियाणा) और डॉ-नवदीप कौर(चेयरपर्सन डिपार्टमेंट ऑफ़ इण्डियन थिएटर,पंजाब यूनिवर्सिटी,चंडीगढ़) के सयुक्त प्रयासॊ द्वारा करवाई जा रही हैं।उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर वाई पी वर्मा(रजिस्ट्रार पंजाब यूनिवर्सिटी,चंडीगढ़)शामिल हुए।गेस्ट ऑफ़ ऑनर कुलदीप मेहता(असिस्टेंट डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन,हरियाणा)। (Haryana News)
कार्यशाला में उपस्थित रहे। हरियाणा के सभी ज़िलों से आई हुई 77 स्कूली छात्राओं को भारतीय रंगमंच विभाग की अध्यक्ष डॉ. नवदीप कौर द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये कार्यशाला 20 अगस्त से 29 अगस्त तक भारतीय रंगमंच विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय के प्रांगण में की जाएगी।आवासीय कार्यशाला का उदेश्य बच्चों की प्रतिभा को निखारना और थिएटर की शिक्षा किस प्रकार उनके सर्वांगीण विकास में सहयोग देती है, उस पर केंद्रित है।