सरकाघाट : पूर्व भाजपा सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह ने अपने खास लोगों से करोड़ो की लूट कराई है जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मंत्री ने पहले इन लोगों को संगठन में पद बांटे फिर बिना बजट के सैंकड़ों काम कराकर सरकारी खजाने को चूना लगाया। यह आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संजय ठाकुर और ब्लॉक कमेटी अध्यक्ष प्रकाश चंद बब्बी ने बताया कि आया राम गया राम वाली मानसिकता वाले महेंद्र सिंह ने जयराम का सहारा लेकर न केवल अपनी बल्कि भाजपा की भी लुटिया डुबो डाली। उनके ईशारे पर जलशक्ति और पीडब्ल्यूडी में अरबों रुपये के ठेके उनके चहेतों को दिए गए जिनमें दामाद, भतीजे, साले, चचेरे और मौसेरे भाई शामिल हैं। इसके अलावा स्तुतिगान करने वालों को भी बिना पात्रता के मौज करवा दी गई। इन भक्तों को हेलीकॉप्टर तक से सैर कराई गई। बिना बजट और तकनीकी स्वीकृति के सड़कें खोदी गई और पुल खड़े कर दिए गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि धर्मपुर आज आपदा से जूझ रहा है उसके लिए पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह और उनके खास ठेकेदार भी शामिल हैं जिन्होंने अंधाधुंध सड़कें खोद डाली, सोन खड्ड का सारा पत्थर, रेत-बजरी साफ कर दिया।मंत्री के वक्त पूरी खड्ड में कंपनियों की बड़ी बड़ी मशीनें खनन करती थीं लेकिन प्रशासन और माइनिंग विभाग सोया रहता था। ब्लॉक कांग्रेस का कहना है कि बिना विभागीय स्वीकृति के ठेकेदारों ने काम कराए हैं।कई कामों की पेमेंट डकार ली गई है।ऐसी ऐसी सड़कें खोदी गई जिनका आज नामोनिशान नहीं है लेकिन उनसे निकली मिट्टी और चट्टानों ने ग्रामीणों की खेती, घर- बार बर्बाद कर डाले। उन्होंने सरकार से मांग की है कि महेंद्र सिंह के पिछले कार्यकाल के दौरान हुये फर्जीवाड़ों में जो अफसर शामिल थे. उनकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए ताकि जनता को असलियत का पता चल सके।
आज जो चेहरे जन हितैषी बन कर सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं यह वही लोग हैं जिन्होंने लाखों-करोड़ों के ठेके लेकर खूब मलाई खाई है।उन्होंने कहा कि जब तक जनता को इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक ब्लॉक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।उन्होंने स्थानीय विधायक चंद्रशेखर से भी आग्रह किया कि वह पूर्व मंत्री के समय हुई लूट का काला चिट्ठा सरकार के समक्ष रखें।
एक अरब अकेले लोक निर्माण विभाग की है देनदारियां
ठेकेदारों को चांदी लुटाने के लिए पूर्व सरकार के नंबर दो मंत्री द्वारा धर्मपुर के अपने चहेते ठेकेदारों पर खूब चांदी लुटाई गई पीडब्ल्यूडी में ऐसा कोई भी टेंडर नहीं होता था जिसे ओवर बजट ना किया हो जैसे संधोल मिनी सचिवालय का ठेका 7 करोड़ में हुआ काम 12 करोड़ का करवा दिया अस्पताल का ठेका 25 करोड़ का था काम 40 करोड़ का करवा दिया जिसके कारण अकेले लोक निर्माण विभाग की देनदारी 90 करोड़ से ऊपर पहुंच चुकी है|
बिना कागजातों से करवा दिए काम
ऐसे भी ठेकेदार हैं जिन्होंने पूर्व मंत्री के आदेशों बाद कई काम तो कर दिए परंतु अब विभाग के पास उन कामों के कोई भी रिकार्ड या कागज नहीं मिल रहे हैं कुछ ठेकेदार कंगाली में है तो कई अंडरग्राउंड हो चुके हैं|
जमाई भतीजे और भाई पर रही खांसी मेहरबानी
महेंद्र सिंह के कार्यकाल में सभी विभागों का जमकर खजाना अपने ही परिवार पर लुटाया गया दामाद दोनों भाई भतीजे और बेटे के साले और बेटी के रिश्तेदारों को करोड़ को ठेके दिलाकर सरकार पर आर्थिक बोझ डाला गया लोगों को विकास का मॉडल बताकर अपने परिवार का खजाना भरा गया मंडल अध्यक्ष और जिला उपाध्यक्ष ने सरकार से इस सारे मामले की विजिलेंस से जांच की मांग की है और खजाना लूटने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है|