सरकार ने बेमौसम बारिश से किसानों की खराब हुई गेहूं की फसल का निस्तारण करने के आदेश दिए हैं। लेकिन सरकार मामूली मुआवजा देने की घोषणा कर किसानों के साथ मजाक कर रही है। ये विचार यहां निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस प्रभारी दीपिंदर सिंह ढिल्लों ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से मुआवजे के लिए 3 कैटेगरीनिर्मित किया जा चुका है प्रथम श्रेणी के किसानों को 2 हजार रुपये, द्वितीय श्रेणी को 67 रुपये और तृतीय श्रेणी को 15 हजार रुपये प्रति एकड़ देने की घोषणा की गई है. ढिल्लों ने कहा कि ये सारी घोषणाएं बेकार साबित होंगी क्योंकि 7 तारीख तक सभी इलाकों के गिरदावरी होने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि लालरू क्षेत्र में अभी तक कोई अधिकारी फसल देखने नहीं गया है। इसी तरह डेराबासी विधानसभा क्षेत्र के अन्य गांवों में गिरदावरी नहीं होने से किसान मायूस हैंहैं दीपिंदर सिंह ढिलो ने कहा कि आप सरकार किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि किसान पहले से ही कमजोर स्थिति में है और अब फसल खराब होने से ज्यादा चिंतित है। पंजाब का किसान खुश होगा तो हर वर्ग खुश होगा। ढिल्लों ने कहा कि सरकार को नुकसान की घोषणा कर किसानों का मजाक नहीं बनाना चाहिए, बल्कि किसानों को प्रति एकड़ पचास हजार मुआवजा देना सुनिश्चित करना चाहिए।
