हरियाणा में अपने झज्जर प्रवास के दो दिवसीय कार्यक्रमों के दौरान बुधवार की शुरूआत महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने यहां के सवेरा स्कूल से
की। यहां पढऩे वाले मंद्धबुद्धि बच्चों के बीच राज्यपाल दत्तात्रेय
पहुुंचे और उनसे सीधे रूप से रूबरू हुए। इस दौरान महामहिम राज्यपाल के सम्मान मेें संस्था की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन रखा गया था। महामहिम ने इस दौरान हरियाणवी संस्कृति से रूबरू होते हुए इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द भी लिया। इस दौरान महामहिम ने मानवसेवा को अपने सम्बोधन में सबसे बड़ा धर्म बताया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को मानव सेवा करनी चाहिए और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने सवेरा स्कूल में पढऩे वाले बच्चों से और उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों से भी बातचीत की और स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियों के लिए शासन और प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इसके लिए महिला शिक्षक भी विशेष रूप से बंधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने अभिभावकों से भी ज्यादा बढ़कर इन बच्चों के लिए कुछ कर दिखाया है। बच्चों की पढ़ाई,फिटनेस और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों पर संस्था का पूरा फोकस है जोकि सराहनीय है। सवेरा स्कूल के बाद महामहिम राज्यपाल का गुरूकुल
झज्जर में जाने का कार्यक्रम है। यहां वह पुरातत्व संग्राहालय का अवलोकन करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद महामहिम गांव बाढ़सा में ग्रामीणों,किसानों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से राजकीय स्कूल में सीधा संवाद
करेंगे। बाढ़सा एम्स टू में भी महामहिम कैंसर संस्थान के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे।