राजा घेपन, देवी बोटी, अठारह नाग देवी हिडिम्बा से मिलने जहालमा पहुंचे।जहालमा पहुंचने से पहले देवी हिडिम्बा अपने गुरु, पुजारी तथा ढोल नगाड़ों ओर श्रद्धालुओं के साथ स्वागत के लिये गांव में इकट्ठे हुए।राजा घेपन, देवी बोटी, अठारह नाग तथा देवी हिडिम्बा के महामिलन के इस अदभुत नज़ारे को देखते घाटी के हजारों लोग एकत्रित हुए।राजा घेपन की देवयात्रा के दौरान इस देवविधि का लोग इंतजार करते हैं। जाहलमा में आस्था के इस सैलाब ने देवताओं, पुजारियों, हरुको, तथा श्रद्धालुओं के इस समागम को भक्तिमय बना दिया। देवताओं के बजंतरी ओर चमत्कारी रागों ओर बंसीवादन से भूमि और आकाश को पवित्र बनाया। जहालमा गांव का हिडिम्बा देवी वही देवी है ,जिस ने महाभारत काल मे भीम से शादी की थी ओर तप कर के देवताओं के गुण और ज्ञान प्राप्त किये। ग्रामीण राजेश, स्वरूप रजनी बोध, जगदीश, रणवीर व अमर ने बताया कि देवताओं ने जहालमा कुंभ स्थल में सीमाओं की परिक्रमा की। जहालमा कुंभ पहुंचने पर राजा घेपन, देवी बोटी, अठारह नाग और देवी हिडिम्बा का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत-सत्कार किया ग्रामीणों ने बताया कि अधिष्ठाता देव राजा घेपन आठ साल बाद माता मृकुला से मिलने जाएंगे। जहालमा कुंभ में देव कार्यक्रम के दौरान राजा घेपन के गुर ने देववाणी सुनाई।
