आमतौर पर देखा गया है कि अपने निजी वाहन को खड़ा करने
के लिए सरकारी स्कूल के स्टॉफ सदस्य स्कूल का इस्तेमाल कर लेते है,लेकिन
ऐसा कम ही देखने को मिला हो जब किसी शिक्षक ने अपने घरेलू काम के लिए ही
सरकारी स्कूल का इस्तेमाल किया हो। ऐसा ही एक मामला सामने आया है झज्जर
के गांव वाजितपुर का। यहां स्टॉफ के एक सदस्य ने अपने घर मेें पाली गई
भैंस के लिए स्कूल के कमरे में पशुओं का चारा बना दिया। जिसके चलते यह
सरकारी पाठशाला एक पाठशाला न होकर तूड़ाशाला में तबदील हो गई। मामले का
खुलासा उस दौरान हुआ जब पंचायत चुनाव की डयूटी के दौरान एक टीम सरकारी
स्कूल में पहुंची तो वहां एक कमरे पर ताला लगा हुआ। अंदर झांक कर देखा
गया तो उसके बाद ही खुलासा हुआ कि सरकारी स्कूल को कमरे का उपयोग एक
शिक्षक ने अपने ही घर में पाली भैंस के चारे के लिए किया है और उसमेें
उसने कई किवन्टल तूड़ा भर रखा है। कमरे की चाबी भी आरोपी शिक्षक के पास
ही है। बाद में इसी टीम ने इस पूरे मामले की सूचना शिक्षा विभाग के
उच्चाधिकारियों को दी।
सुभाष भारद्वाज,डीईईओ जिला शिक्षा विभाग झज्जर
मेरे संज्ञान में मामला आया है। पता चला है कि स्कूल के एक शिक्षक ने
स्कूल के कमरे में अपने पशुओं के लिए चारा डाल रखा है। ऐसा लंबे समय से
हो रहा है। पंचायत उप चुनाव की डयूटी के दौरान ही इस पूरे मामले का
खुलासा हुआ है। पूरे मामले की जांच की जाएगी और जो भी इस मामले में दोषी
है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाहीं की जाएगी।