दिल्ली से सटे गुरूग्राम का प्रशासन कितान लापरवाह है इसकी उदाहरण एक बार फिर सामने आ गया है। स्कूल में भऱा पानी, बच्चों से पढाई हुई बेगानी कहने को तो सरकार ग्लोबल सिटी के नाम पर बहुत मेहनत कर रही है, लेकिन देश के भविष्य को यहां बर्बाद करने की तो मानो नगर निगम और जीएमडीओ के अधिकारियों ने शायद कसम खाई है, तभी तो सैंकड़ो एकड़ जमीन पर ड्रनेज का पानी छोड़ दिया गया है, जिसकी वजह से गढ़ी हरसरू स्थित सेंट पॉल स्कूल में बिन मौसम का पानी भरा हुआ है, पानी भरे होने के काऱण स्कूल के 700 बच्चों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, और अपने उस स्कूल से दूर किसी और स्कूल में पढ़ाई करनी पड़ रही है जो कि उनके घर से कई किलो मीटर दूर है, बच्चों को दूसरों के स्कूल में पढ़ते 3 महिनों से ज्यादा का समय हो गया है, और अब बच्चे अपने स्कूल में पढ़ना चाहते हैं, और मागं को लेकर आज ये बच्चे स्कूल छोड़ उपायुक्त कार्यालय में ही अपनी क्लास लगवाने पहुंचे है, यहां मौजूद बच्चों का कहना है कि हमारे स्कूल में तो पानी भर गया है, और स्कूल प्रशासन भी हमें हमारे स्कूल से दूर एक स्कूल में पढाई कराते हैं, अब हम थक गए हैं और हम चाहते हैं कि हम अपनी पढाई अपने स्कूल की बिल्डिंग में करें जो हमारा अपना स्कूल है, अन्यथा हम डीसी ऑफिस के आगे की पढाई करेंगे।
बच्चों को डीसी ऑफिस के बाहर पढाई करते देख एसडीएम महोदय ने स्कूल प्रशासन से बातचीत की और कहा कि हम आपकी परेशानी का हल जरूर निकालेंगे। एसडीएम रविंद्र ने एक बार फिर स्कूल प्रशासन को ये आश्वासन दिया है कि समस्या को जल्द दूर किया जाएगा और ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में भी फिर से चर्चा की जाएगी।
आपकों बता कें कि पहले भी ये मुद्दा ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में उठ चुका है लेकिन अधिकारियों के कान पर तो शायद जूं बी नहीं रेंगी थी, तभी तो अभ कोई भी निवाऱण नहीं हुआ था, हालांकि फिलहाल एसडीएम साहब ने 29 सितम्बर तक का समय दिया है, 29 सितम्बर को होने वाली ग्रीवेंस की मीटिग में फिर इस मुद्दे उठाया जाएगा और तभी साफ हो पाएगी की आखिर अधिकारी मोटी मोटी तन्खा किस बात की लेते हैं। जब देश के भविष्य को इस प्रकाश अधिकारियों के कार्यालयो पर गुहार लगानी पड़ रही है।