झज्जर, हरियाणा। पिछले करीब सवा माह से अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना दे रही आशा वर्करों का आक्रोष बुधवार को झज्जर में सांतवें आसमान पर दिखा। जबरदस्त नारेबाजी के बीच आशा वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर चम्मच से थाली बजाते हुए सरकार को जगाने का प्रयास किया। इस दौरान काफी तादाद में आशा वर्कर शहर में प्रदर्शन करते हुए ओपी धनखड़ के बैंक रोड़ स्थित आवास पर पहुंची ,लेकिन वहां पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के मौजूद न होने के चलते उन्होंने विरोध स्वरूप उनके आवास के बाहर ही करीब सवा घंटे तक सडक़ के बीचोंबीच बैठकर अपना आक्रोष जताया।
इस दौरान उन्होंंने सरकार के साथ-साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। आशा वर्करों का कहना था कि उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन देने के लिए पहले ही गत दिवस भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को सूचित कर दिया था। लेकिन सूचना दिए जाने के बावजूद भी वह अपने आवास पर नहीं मिले। इसी के चलते उन्हें यहां प्रदर्शन करना पड़ा।
हांलाकि, आशा वर्करों के आक्रोष को भांपकर धनखड़ आवास पर ही मौजूद उनके पीए ने आशा वर्करों से उनका ज्ञापन लेने का प्रयास भी किया। लेकिन आक्रोषित आशा वर्करों ने उन्हें ज्ञापन देने से साफ इन्कार कर दिया। आशा वर्करों कहना था कि सरकार झूठी है। वह अपने अधिकार मांग रहे है। लेकिन सरकार उनके वेतन को लेकर भी झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों का सरकार उदाहरण दे रही है। लेकिन सरकार को यह नहीं पता कि 26 हजार जो उनके वेतन की मांग है वह जायज है। सरकार पर आशा वर्करों ने दमनकारी नीतियां अपनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका धरना और आंदोलन यूं ही जारी रहेगा।