हरियाणा में लिपिक वर्ग की हड़ताल को आज 24 दिन का समय हो गया है, 24 दिनों से लिपिक वर्ग काम नहीं कर रहा है जिसकी वजह से रेवेन्यू डिपार्टमेंट को करोड़ों का नुकसान हो रहा है और अब हरियाणा सरकार ने करोड़ों के इस नुकसान को क्लर्क ओ से वसूलने का इंतजाम सोचा है तभी तो अब हरियाणा सरकार ने नो वर्क नो पे इन क्लर्क ऊपर लागू कर दिया है जिसके तहत ना तो कलर को ने काम किया है और ना ही उन्हें पैसे दिए जाएंगे क्योंकि आज 24 दिन का समय हो चुका है और 24 दिन से क्लर्क जो है वह काम नहीं कर रहे हैं तो इसीलिए हरियाणा सरकार ने इन्हें इनकी सैलरी देने से इनकार किया है हालांकि इस पर बिल्कुल भी विरोध नहीं बता रहे हैं
उनका साफ तौर पर हमने काम नहीं किया है तो बिल्कुल हमें सैलरी मिलनी चाहिए लेकिन इन सब में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या क्लर्क की सैलरी कटने से हरियाणा सरकार कार्य पूरा हो जाएगा, वही जो 24 दिनों से पेंडिंग वर्क है या फिर यह कहे कि जितने दिन तक यह हड़ताल चलेगी तब तक का जो पेंडिंग वर्क है क्या कलर उसको काम करेंगे क्योंकि केयर को ने साफतौर पर इंकार कर दिया है क्योंकि क्योंकि हम इतने दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं तो हम इन दिनों का कार्य हड़ताल खत्म होने के बाद भी नहीं करेंगे।
अब देखना यह होगा कि लिपिक वर्ग की इस हड़ताल से सरकार पर और कितना असर पड़ता है क्योंकि जहां सरकार यह सोच रही थी कि 9:00 पर 9 वर्ग का असर है वह लिपिक वर्ग पर पड़ेगा लेकिन यहां पर लिपिक वर्ग एक कदम आगे उसे चलता हुआ नजर आ रहा है अब आने वाला वक्त बताएगा कि सरकार इस करोड़ों के नुकसान को किस तरीके से भरपाई करने में सक्षम हो पाएगी