
जीरकपुर । बलटाना व पंचकुला की बार्डर एरिया पर बन रहे खाटू श्याम मंदिर का निर्माण रोकने आए हरियाणा हुडा की टीम व हरियाणा पुलिस को शयम भक्तों के गुस्से आगे झूकना पड़ा और उन्हें कार्रवाई किए बिना वापिस लौटना पड़ा। बलटाना की पार्षद नेहा शर्मा व शयाम भक्तों ने हरियाणा प्रसाशन का जमकर विरोध किया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद पंजाब पुलिस व प्रसाशन मौके पर पहुंचा और हरियाणा से आए कर्मचारियों से उन्हें कोई लिखत या जुबानी

जानकारी देने की बात पूछी तो उनके पास कोई जवाब नही था। जिसके बाद उन्हें बिना कार्रवाई वापिस जाना पड़ा। हालंकि हरियाणा के अधिकारियों व कर्मचारियों को आज वापस जाना पड़ा लेकिन उनके तेवर दिखाई दे रहे थे की वह दुबारा किसी भी समय कार्रवाई कर सकते हैं। पार्षद नेहा शर्मा ने बताया कि यह जमीन सभी श्याम भक्तों मैं मिलकर खरीदी है और उसकी रजिस्ट्री व इंतकाल भी उनके पास है। सभी लोगों के सहयोग से ही यह निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह जमीन पंजाब की है क्योंकि रजिस्ट्री व इंतकाल पंजाब से हुआ है। अगर रकबा पंजाब का है तो जमीन भी पंजाब कि हुई। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि हम अपनी जमीन में मंदिर बना रहे हैं न कि किसी प्राइवेट व्यक्ति का घर बन रहा है। यदि बाद मैं यह जगह हरियाणा में आ जाती है तो वह मंदिर भी हरियाणा को ही दे देंगे। लेकिन अब वह जबरन पुलिस का डर दिखा कर जबरन कब्जा करना चाहते हैं। वह हम लोग कभी नही होने देंगे, इसके लिए भले हमे कुछ भी करना पड़े। लोगों ने बताया कि हरियाणा पंजाब के बर्डर पर जमीनी विवाद लंबे समय से चल रहा है, जिसका मामला अदालत में चल रहा है। लोगों ने कहा कि कोर्ट का जो आदेश आएगा उन्हें मंजूर होगा, लेकिन अब वह जबरदस्ती नही कर सकते। इस दौरान पूंचकुला के पार्षद हरिंदर मलिक भी पहुंचे और सभी ने मंदिर न तोड़ने पर सहमति जताई। जिसके बाद हरियाणा के अधिकारी पुलिस सहित वापिस लौट गए।
यह जमीन पंचकुला की है और शिकायत के बाद वह निर्माण कार्य रुकवाने आए थे। पहले भी वह उन्हें रोक कर गए थे, लेकिन वह नही रुके जिसके चलते पुलिस प्रसाशन की मदद से काम बंद करवाने आए थे। आज हमारे पास महिला पुलिस कम थी इस लिए कार्रवाई नही की गई। दुबारा किसी दिन कार्रवाई करेंगे इसका कोई पक्का समय नही है।
राकेश सैनी, हुडा कर्मचारी।

हरियाणा के कर्मचारियों ने हमारे साथ कोई राबता कायम नही किया। कोई लिखत या जुबानी जानकारी उन्हें कार्रवाई करने से पहले नही दी गई। जब तक वह हमे लिखत में कार्रवाई के लिए नही देता और सारा कागजात वेरिफाई नही किए जाते तब तक किसी भी व्यक्ति को जबरदस्ती पुलिस के बल पर कब्जा नही करने दिया जाएगा। यह उनकी गलती है सब से पहले हमे इसकी जानकारी देनी बनती थी। बाकी जमीन का विवाद पुराना चल रहा है और अदलात में चल रहा है।