हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी हैं. इस बार हिमाचल में बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जिस कारण प्रदेश में प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया हुआ है। वहीं, सोलन में कल से जोरदार बारिश हो रही है, जिस कारण कालका शिमला नेशनल हाईवे के पास चक्की मोड़ पर भूस्खलन हो गया है। भूस्खलन होने के बाद हाईवे पर यातायात ठप पड़ा है। (Himachal News)
चंडीगढ़-शिमला एनएच समेत कई वैकल्पिक रास्ते भी बंद
जिला में हो रही भारी बारिश के चलते चंडीगढ़-शिमला एनएच समेत कई वैकल्पिक और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें भी भूस्खलन होने से अवरुद्ध हो गई है। देर रात से ही जारी लगातार बारिश के कारण नेशनल हाईवे चक्की मोड़ के पास सुबह चार बजे से यातायात के लिए बंद है, जिससे चक्की मोड़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है।
सड़कों पर थमी वाहनों की आवाजाही
एनएच की पहाड़ी की ओर वाली लेन पहले ही मिट्टी व पत्थर आने से बंद है। आज सुबह 4 बजे से ही एनएच पर अपने वाहनों में फंसे लोग एनएच के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। भारी बारिश से परवाणू से कसौली वाया जंगेशू सड़क भी भूस्खलन से अवरुद्ध है, वहीं भोजनगर से परवाणू के लिए भी वैकल्पिक सड़कें भी अवरुद्ध बताई जा रही है। इससे सभी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही थमी हुई है। जिस कारण लोगों को काफी लम्बे समय का इंतज़ार करना पड़ रहा हैं| (Himachal News)
बद्दी मार्ग पर बना पुल टूटा
बद्दी मार्ग पर स्थित पुल का एक पिलर टूटने के कारण यातायात पूर्ण रूप से बंद हो चुका है यहां से किसी को पैदल जाने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है|
बढ़ रहा है नदी का जलस्तर
लगातार बारिश से पट्टा महलोग की नदी, कोटबेजा नदी, गंबर नदी, परवाणू की कौशल्या नदी समेत अन्य क्षेत्र में भी नदियां-नाले उफान पर बह रहे हैं। पट्टा महलोग बाजार में तो नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी घरों तक पहुंच गया है। जिस कारण लोगों को समस्या का सामना करना पेड़ रहा हैं| (Himachal News)
चंडीगढ़ मनाली हाईवे भी अवरुद्ध
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे पर भी वाहनों के यातायात पर रोक लगा राखी है। यहां पर कई जगह लैंडस्लाइड और सात मील पर 14 अगस्त को बादल फटने के बाद से हालात ठीक नहीं हो पाए है। कल मंगलवार को फिर से हाईवे को बंद कर दिया गया था। अब रात से ही मंडी जिले में बारिश हो रही है। हालांकि, ये बताना मुश्किल हैं कि हालात कब सामान्य होंगे पर सुक्खू सरकार द्वारा मंगलवार को बैठक के दौरान इसपर चर्चा कर ज़रूर कोई न कोई हल ज़रूर निकला होगा|