सरकाघाट। उपमंडल धर्मपुर की संधोल तहसील में आजकल हर जगह कचरा और गंदगी का आलम है। वजह साफ़ है कि दर्जन भर पंचायतों के इस संधोल कस्बे में कूड़े फेंकने या इसके निरस्तीकरण करने का कोई प्रावधान ही नही है न पंचायतों के नुमाइंदे इसके लिए कोई हल निकाल पा रहें हैं। हाल यह हैं कि संधोल में बस अड्डे से लेकर विश्राम गृह तक निर्माणाधीन नाले में गंदगी ही गंदगी पसरी हुई है। नाले की आस पास हर जगह बदबू फैली हुई है जो आने वाले समय में क्षेत्र में गंभीर बीमारियों के लिए न्योता है। दिन के समय में इस नाले से गुजरना भी आम जन के लिए मुश्किल हो गया है जबकि स्थानीय प्रशासन तथा पंचायतें इस समस्या से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। बता दें कि इस नाले को चेनलाइजेशन का कार्य भी पिछले करीब दो साल से प्रगति पर है लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही वह कार्य भी बन्द हो गया है और लोगों ने निर्माणाधीन नाले में ही सारा घरेलू और बाजार का कचरा फैंकना शुरू कर दिया है। हालात इस क़दर हो चूंके हैं कि दिन हो या रात के समय नालें से सड़ांध ने स्थानीय लोंगो के नाक में दम कर रखा है।सुबह घूमने निकलने वाले लोंगों ने भी अपने रास्ते बदल दिए हैं।
करीब दो वर्ष पूर्व उपमंडल अधिकारी नागरिक धर्मपुर ने भी इस समस्या पर चर्चा करने के लिए एक बैठक स्थानीय व्यापार मंडल तथा पंचायत संधोल के साथ की थी लेकिन वह भी बेनतीजा रही थी ।अब अगर समय रहते कचरा प्रबंधन नही किया गया तो यह समस्या आने वाले महीनो में विकराल बन सकती है।सबसे बुरी हालत तो स्कूली छात्रों की है स्थानीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य दिनेश जम्वाल ने उपमण्डल अधिकारी को पत्र भेज कर कूड़े से निदान करने की मांग की है।उनका कहना है साथ स्कूली खेल मैदान में अक्सर बच्चे खेलते हैं लेकिन स्टेडियम के साथ स्कूली बच्चों के बैठना दूभर हो गया है।
इधर दतवाड पंचायत के प्रधान बीर चंद ने बताया कि पंचायत के पास ऐसा कोई प्रावधान ही नही है कि कूड़े को लेकर कोई ठोस कदम उठाया जा सके। उधर संधोल पंचायत के प्रधान कुलदीप बिष्ट ने बताया कि पंचायतों के पास पर्याप्त फण्ड नही लेकिन अभी स्थानीय विधायक ने संधोल को नगर पंचायत बनाए जाने का प्रस्ताव रखा है उसके बाद शायद इससे निजात मिले।
स्थानीय लोगों तथा क्षेत्र की सामाजिक संस्था संधोल सेवा विकास एवम् कल्याण समिति ने इस बारे स्वास्थ्य विभाग तथा स्थानीय प्रशासन से अपील की है की इस समस्या का तुरंत कोई समाधान किया जाए ताकि क्षेत्र को साफ सुथरा रखा जा सके और महामारी जैसे जानलेवा बीमारियों से भी बचा जा सके। इस बारे जब सहायक आयुक्त राजस्व एवम् तहसीलदार संधोल ओशिन शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस समस्या बारे उन्होंने स्थानीय महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूहों से भी बात की है जिनकी सहायता से कुछ हद तक सफाई को अंजाम दिया जायेगा, इसके अलावा वे स्थानीय प्रधानों और जिलाधीश महोदय से बात कर इस समस्या का स्थाई हल निकालने के लिए प्रयास करेंगी।