हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते नुक्सान बहुत हुआ और इस बारिश ने तो हिमाचल में तबाही ही मचा के रख दी. प्रदेश में इस बार बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन, बाढ़ और बदल फटने से प्रदेश में तबाही मच गई. जिसको देखते हुए ओडिशा सरकार ने बुधवार को पहाड़ी राज्य में प्रभावित आबादी के राहत और पुनर्वास के लिए पांच करोड़ रुपये का हिमाचल प्रदेश को समर्थन देते हुए दान दिया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस संकट की घड़ी में उदार दान से राज्य के आपदा प्रभावित लोगों की सहायता करने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि इस संकट की घड़ी में हिमाचल प्रदेश की तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्यों ने भी 51 करोड़ रुपये की मदद प्रदान की है। ताकि मुख्यमंत्री सुक्खू आपदा प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान कर सके. सीएम सुक्खू ने आम जनता से भी आपदा राहत कोष में उदारतापूर्वक योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश भर से सामूहिक प्रयास और योगदान निश्चित रूप से प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को व्यापक समर्थन और सहायता सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही संकटग्रस्त लोगों की सहायता के लिए राज्य द्वारा स्थापित आपदा राहत कोष (राज्य आपदा राहत कोष) में 168 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई है। जिससे मुख्यमंत्री सुक्खू आपदा प्रभावित लोगों की सहायता करेंगे|
प्रदेश में इस बार भारी बारिश के कारण काफी नुक्सान हुआ हैं. इस वर्तमान मानसून ने हिमाचल प्रदेश में सड़कों, बुनियादी ढांचे, जलापूर्ति योजनाओं, इमारतों, अन्य निजी और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि भूस्खलन, बाढ़ और बदल फटने के कारण कई जाने भी जा चुकी हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 5 सितंबर तक राज्य को अनुमानित नुकसान 8,675 करोड़ रुपये आंका गया है। राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 261 और सड़क दुर्घटनाओं में 147 लोगों सहित कुल 408 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, प्रदेश सरकार अपनी तरफ से आपदा प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान कर रही हैं|