हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी। प्रदेशवासियों के लिए राहत के आसार नज़र नहीं आ रही. प्रदेश में आज भी भारी बारिश होने की संभावना जताई हैं जिससे लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है। मौसम विभाग के भविष्य-कथन के अनुसार, प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। शिमला मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, प्रदेश के आठ जिलों में अगले 48 घंटे में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, कुछ स्थानों पर बादल छाए रहने और हल्की धूप खिलने की संभावना है। (Himachal Rain Alert)
आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी
भारी बारिश को मद्देनजर रखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश के आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। जिसमे ये 8 जिले शामिल हैं- चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, हमीरपुर में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। साथ ही उफनती नदी और नालों के पास जाने से बचने के लिए कहा है।
मंडी से 51 लोग किए गए रेस्क्यू
वहीं, बीते दिन मंडी से 51 लोगों को रेस्क्यू किया गया हैं। मंडी के खौलानाला गांव में बादल फट गया था, जिस कारण 51 लोग वहां फंस गए थे। हालांकि, 14वीं बटालियन NDRF की टीम ने शेहनू गौनी और खोलानाला गांव में बादल फटने की घटना स्थलों से फंसे हुए 51 लोगों को बचाया है। उन सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया हैं| (Himachal Rain Alert)
शिमला की आठ प्रमुख सड़कों पर यातायात निलंबित
वीरवार को प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जोगिंदर नगर में 154 मिमी, पालमपुर में 136 मिमी और सिरमौर में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई। शिमला शहर में पिछले 24 घंटों में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बारिश के बीच हिमाचल प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला और इसके आसपास के इलाकों में हालाटो को देखते हुए आठ प्रमुख सड़कों पर यातायात निलंबित कर दिया है।
113 बार हुआ भूस्खलन
इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक 113 बार भूस्खलन की सूचना मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, 24 जून से राज्य में मानसून के आगमन के बाद से जारी बारिश के प्रकोप से खजाने को कुल नुकसान 8014.61 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। हालांकि, हिमाचल के 8 जिलों में आज भी भारी बारिश होने की संभावना जताई हैं यानी प्रदेश में दिन-प्रतिदिन बारिश के कारण जगह-जगह खतरा बढ़ता ही जा रहा हैं| (Himachal Rain Alert)