हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों पहल भारी ने तबाही मचा रखी थी. जिसके बाद भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने से प्रदेश में काफी नुक्सान हुआ. वही अब बादलों और वर्षा के कारण प्रदेश में दो से चार डिग्री तक अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। धैलाकुंआ में 23 मिलीमीटर जबकि चौपाल में 3.5 मिलीमीटर व धर्मशाला में भी वर्षा दर्ज की गई है। जिस वजह से प्रदेश में अधिकतम तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट ऊना में 4.2, ध्रौलाकुआं में 3.9, शिमला में 3.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वही, शनिवार को सुबह से ही प्रदेश में कई स्थानों पर बादल छाए रहे और बारिश आने की संभावना लग रही थी, जबकि कुछ स्थानों पर धूप खिली रही|
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा भविष्य-कथन के अनुसार अगले चार दिनों तक प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। जबकि कुछ सथानों पर बादलों के साथ धूप के खिले रहने का अनुमान है। अब हिमाचल के लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती हैं| प्रदेश में एक NH समेत 128 सड़कें अभी भी बंद हैं जिन्हे अभी खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। वही, प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण नुकसान का आकलन 8677.58 करोड़ पहुंच गया है। अभी तक 418 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। जिसमें से 144 लोगों की माैत भूसखलन, बाढ़ और बादल फटने के कारण हुई है।
हिमाचल में मानसून के दौरान 2560 मकान पूरी तरह से ढह गए। वही, 10915 मकानों को नुकसान हुआ है। 318 दुकानों के साथ 5691 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोक निर्माण विभाग का नुकसान 2941.54 करोड़, जल शक्ति विभाग को 2118.97 करोड़, बिजली बोर्ड को 1740.16 करोड़ का नुकसान हुआ है। इस बार मानसून की बारिश ने हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक तबाही मचाई है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन होने से सैंकड़ों लोगों की जान चली गई। प्रदेश करोड़ों के नुकसान की मार झेल रहा है। हिमाचल में इतनी बारिश होने से तबाही मच गई, लोग बेघर हो गए| इस बार हिमाचल में कुदरत ने अपना ऐसा कहर दिखाया कि आधे से ज्यादा प्रदेश को बर्बाद कर दिया|