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Himachal: संधोल में 14 वें दिन भी जारी रही महिलाओं की हड़ताल - Anv news - ताज़ा हिंदी समाचार
Monday , January 20 2025
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Himachal: संधोल में 14 वें दिन भी जारी रही महिलाओं की हड़ताल

सरकाघाट। पिछले 14 दिन से स्वास्थ्य सेवाओं व रुके पड़े विकास कार्यों को लेकर धरना पर्दशन कर रही महिलाएं सोमवार को भी धरने पर डटी रहीं। 2 डॉक्टरों के संधोल को हुए तबादले के बावजूद भी ये महिलाएं भी अभी पीछे हटने को तैयार नही ओर अब विधायक चंद्रशेखर के हस्ताक्षेप करने के बाद ही कोई निर्णय लेगी।इस आंदोलन की अगुवाई कर रहीं कछाली महिला मण्डल की महासचिव व समन्वयक पूनम ठाकुर ने साफ कह दिया उन्हें यंहा एक महिला विषेशज्ञ व रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के सिवा कुछ मंजूर नही ओर महिलाओं के अपनी निजी समस्याएं हैं और स्थानीय विधायक उसे बखूबी समझते हैं।उन्होंने कहा कि आज महिला मण्डल कड़ी सर्दियों के बावजूद सड़को पर हैं और ऐसे में किसी क्षेत्र के नुमाइंदे के लिए ओर एक सभ्य समाज मे ऐसी स्तिथि ठीक नही। उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन आगे भी इस ही तरह चलता रहा तो आंदोलन का प्रारूप बदलना ही होगा।

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने भले ही 2 डॉक्टर यंहा भेज कर कृतार्थ किया है वे उनका स्वागत करतीं हैं और विधायक व मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी करतीं हैं उनके आने पर नारी शक्ति उनका भव्य स्वागत भी करेंगी।लेकिन यंहा डेढ़ दर्जन पंचायतों के लिए बने हस्पताल में जंग खा चुकी अल्ट्रासाउंड व x-ray मशीनों के भी चिंतित हैं कि आखिर कमोबेश कब तक ऐसे ही चलता रहेगा। डॉक्टरों को भेजना व उनको शर्तों पर ग्रामीण क्षेत्रो में सेवाओं देने के लिए बाधित करने के लिए सरकार की प्राथमिकता व उसका नियंत्रण करना सुनिश्चित करना ही होगा।क्या लोग शहरों में ही बीमार होतें है।जब उनसे पूछा गया कि धर्मपुर के हस्पताल में 5 डॉक्टर भेजने के बाद महज एक ही सेवा दे रहा है तो उन्होंने बताया कि बताया कि इसकी जिम्मेदारी किसी को लेनी ही होगी कि जब खुद सरकार भेजती है और वही सरकार उन्हें इधर उधर भेजतीं है तो कमी सिस्टम में है लोंगो की नही।

महिलाओं का कहना है की जो कायकर्ता वोटों के समय झुंड में वोट मांगने चले आतें हैं वो भी उनसे मिलने नही आये।आखिर क्या वे महज वोट मांगने के लिए के लिए रखें हैं।आज क्यों नही वे नारी शक्ति के साथ खड़े दिखतें हैं। समन्वयक पूनम ठाकुर ने साफ किया मांगो के पूरा होने तक वह पहले की तरह खड़ीं है।सेवानिवृत्त पेंशनर्स संघ संधोल ने भी उन्हें खुला समर्थन दिया है।अब 3 प्रधान भी साथ हैं ऐसे में महिलाओं के इस धरने को बल मिला है उन्होंने इनका धन्यवाद किया और कहा कि जब तक मांगे पूरी नही होती तब तक ये धरना पर्दशन जारी रहेगा और सरकार को दिए ज्ञापन के मुताबिक अब ये आंदोलन सप्ताहंत तक ओर उग्र होगा भले फिर इसे राजनीतिक कहें या गैर राजनीतिक।

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