प्यार करने वालों के लिए सरहदें मायने नहीं रखतीं। ऐसी ही प्रेम कहानी है ऑस्ट्रिया के वियाना की रहने वाली बिरगिट की। बिरगिट का प्यार उसे सात समंदर पार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के एक छोटे से गांव गनोह ले आया। जहां वह गनोह पंजाहड़ा निवासी रमेश राज के साथ हिंदू रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गई। शादी में भारतीय संस्कृति की झलक के साथ बैंड-बाजा भी बजाया गया।



शगुन सहित सभी अन्य रस्में अदा की गईं। वहीं घोड़ा नुमा बग्गी पर सवार दूल्हा सगे संबंधियों व अन्य के साथ घर से निजी पैलेस में बरात लेकर दुल्हन को लेने पहुंचा। परंपरा का निर्वहन करते हुए जयमाला भी पहनाई गई। इस दौरान दुल्हन बिरगिट की माता गैवरिल जुपाक व भाई रोमन बरुंथेलर ने अपना फर्ज अदा किया। पंडित ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दूल्हा-दुल्हन के सात फेरे करवाए। इस प्रकार दोनों परिणय सूत्र में बंध गए।