हिसार :– यदि भारत भी चंद्रयान मिशन 3 के तहत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कर लेता है, तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. इसके लिए अभी थोड़े दिन का इंतजार करना होगा. वही चंद्रयान-3 का हिस्सा बने हिसार के रहने वाले इसरो के इंजीनियर यश मलिक से बातचीत की गई. इस दौरान यश मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान 3 की सॉफ्ट लैंडिंग कराना हमारे लिए काफी चुनौती भरा कार्य था.पिछली बार की गलतियों पर भी काफी सुधार किया गया, हर छोटी से छोटी डिटेल सही करने की दिशा में कार्य किया जा रहा था. उन्होंने कहा कि हमने इस खास दिन के लिए पिछले दो-तीन सालों से दिन रात मेहनत की है| (Haryana News)
इसी वजह से हम शनिवार- रविवार को भी काम करते थे. बता दें कि यज्ञ मलिक हिसार के जीजेयू के कर्मचारी मुनीश मलिक के बेटे हैं. वह अपने घर हिसार पहुंचे. इस दौरान मीडिया से भी यज्ञ मलिक ने बातचीत की. उन्होंने कहा कि पहले मैं डीआरडीओ में ही काम करता था, बाद में चंद्रयान-3 के लिए ही मुझे इसरो में शामिल कर लिया गया. लाइफ में साइंटिफिक एडवांसमेंट देनी है, साइंस को कैसे आगे ले जाया जा सकता है. इस दिशा में भी काफी शोध कार्य किए जा रहे हैं और इस पर लगातार शोध करने की आवश्यकता भी है. उन्होंने बताया कि दूसरे देशों की तुलना में हम बेहद ही कम Budget में चंद्रयान मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं, जो हमारे लिए काफी गर्व की बात है. चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट में सरकार ने भी काफी सहायता की है. इस प्रोजेक्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम रोल रहा है|
नासा के बाद इसरो भी तेजी से बढ़ रहा है आगे
मिशन स्पेस को लेकर भारत के कई सारे प्रोग्राम है. इसके बारे में मैं आपको विस्तृत रूप से तो कोई भी जानकारी नहीं दे सकता हूं.नासा के बाद अब हमारा इसरो भी काफी आगे बढ़ चुका है, अब साइंस में विद्यार्थी काफी आगे आ रहे हैं. 10 साल के बच्चे भी स्पेस साइंस के बारे में काफी जानकारी रखने लगे हैं. वह बचपन से ही स्पेस साइंस में अपना करियर बनाना चाहते हैं. यदि आप भी इसरो में जाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको परीक्षा देनी होती है. वैज्ञानिक बनने के लिए चीजों को समझना बेहद जरूरी होता है| (Haryana News)