पंजाब-हरियाणा ऑटो नंबर काउंटर साइन को लेकर अक्सर चंडीगढ़ में घमासान मचा रहता है और प्रशासन बार-बार काउंटर साइन लेने के लिए कहता है आपको बता दें कि गवर्नर कप्तान विक्रम सिंह सोलंकी पंजाब एंड हरियाणा के जब गवर्नर से तब भी यही मुद्दा उठा था और उस दौरान 1000 ऑटो पंजाब और 1000 ऑटो हरियाणा नंबर काउंटर साइन करने के लिए बात चली थी जिसमें ट्राइसिटी ट्रांसपोर्ट विभाग अथॉरिटी के तीनो इंचार्ज ने एक संयुक्त मीटिंग की गई थी उस दौरान यह फैसला पूर्ण रूप से मुकर्रर नहीं हो पाया जिस के बाद ऑटो यूनियन ने उस वक्त भी कहा था कि हम काउंटर साइन की जगह हमको एंट्री टैक्स की पर्ची दी जाए ताकि जिस ऑटो चालक के पास जितना पैसा हो उस हिसाब से वह चंडीगढ़ में टैक्स दे कर एंटर कर सके दिल्ली यूटी में भी 2018 से ये ही सिस्टम लागू है चंडीगढ़ में 2014 के दौरान पंजाब और हरियाणा नबर के 500 ,500 ऑटो को काउंटर साइन दिया गया था दोबारा काउंटर साइन प्रतिक्रिया को अमल में नहीं लाया गया जिसके बाद ऑटो यूनियन ने फैसला किया कि हमे काउंटर साइन की जगह एंट्री की पर्ची दी जाए ताकि जिस ऑटो चालक की जेब में जितना पैसा हो वह उतना टेक्स्ट भरके चंडीगढ़ में एंटर कर सके गवर्नर कप्तान विक्रम सिंह सोलंकी के बाद अब तक तीन गवर्नर बदल चुके हैं परंतु एंट्री टैक्स की पर्ची की बात अभी तक लागू नहीं हुई है जबकि हरियाणा पंचकूला में चंडीगढ़ पंजाब नंबर ऑटो से एंट्री टैक्स लेना भी शुरू कर दिया गया था मनसा देवी द्वार पर
चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट विभाग अक्सर यही बात कहता है कि चंडीगढ़ नंबर 6000 ऑटो को उन्होंने रजिस्ट्रेशन किया हुआ है परंतु बता दें कि 6000 ऑटो में से 35% ऑटो जो चंडीगढ़ नंबर है वो ऑन रोड नहीं बल्कि ऑफ रोड खड़े हैं जिनको आप रेलवे स्टेशन 43 या अन्य जगहों पर कंडम हालत में खड़े देख सकते हैं इसके अलावा एक और अहम बात यह है कि पंचकूला और मोहाली पंजाब में एलपीजी पंप ही नहीं है अगर एलपीजी पंप है तो वह सिर्फ चंडीगढ़ में है जिनकी तादात मात्र चार है सेक्टर 21,34,38,और 52में ही एलपीजी फ्यूल पंप है बाकी सीएनजी हैं आपको बता दें कि 2014 के दौरान जब चंडीगढ़ प्रशासन ने डीजल ऑटो को बैन किया था उस वक्त हरियाणा और पंजाब में एलपीजी ऑटो को धड़ल्ले से रजिस्टर्ड किया गया था और इन ऑटो में फ्यूल कैसे भरवाया जाएगा इसके बारे में कहीं पर भी कोई चर्चा नहीं की गई थी जिसको लेकर पंजाब और हरियाणा के ऑटो अक्सर चंडीगढ़ में एलपीजी गैस भरवाने आते थे जबकि सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि 14 किलोमीटर दायरे के अंदर फ्यूल नहीं है तो उस गाड़ी को प्रशासन पास नहीं कर सकता परंतु पंचकूला के 90 किलोमीटर दायरे में एक भी एलपीजी पंप नहीं है ठीक वैसे ही मोहाली में भी नहीं है इसका खामियाजा आज गरीब ऑटो चालकों को भुगतना पड़ रहा है
प्रशासन को हरियाणा पंजाब नंबर ऑटो के मुद्दे को लेकर ऑटो यूनियन से मीटिंग करनी चाहिए ताकि इस मसले का कोई हल निकाल सके जिसके लिए ऑटो यूनियन ने कहा है कि हम मीटिंग करने के लिए तैयार हैं परंतु प्रशासन ने कभी ऑटो चालक की तरफ ध्यान ही नहीं दिया अपनी मनमर्जी से आए दिन कोई न कोई आर्डर पास करता रहता है 26 ,12 ,2022 को चंडीगढ़ प्रशासन ने आर्डर दिया था कि चंडीगढ़ के 33 प्वाइंट पर ऑटो स्टैंड बनाए जाएंगे परंतु उस प्रतिक्रिया को अभी तक अमल में नहीं लाया गया इसके अलावा आए दिन नए-नए आदेश चंडीगढ़ प्रशासन देता रहता है बिना किसी ऑटो यूनियन की मीटिंग या ऑटो चालकों से स्लमस्वरा के जो कि गलत है काउंटर साइन मामले को लेकर अगले रविवार फिर से ऑटो यूनियन मीटिंग करने जा रही है इसके बाद फैसला लेकर प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मिला जाएगा ऑटो यूनियन द्वारा
