जालंधर/कपूरथला आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स रचित कुमार, ऋतिक कुमार की टीम ने “साथी” नाम से एक स्मार्ट स्टिक का निर्माण किया है! यह स्मार्ट स्टिक दृष्टिहीन, विकलांग एवं वरिष्ठ नागरिकों को चलने के साथ-साथ उनके दैनिक कार्यों में भी मदद करेगी! स्टूडेंट्स को यह आइडिया शुरू में कुछ दृष्टिहीन लोगों से मिलने के बाद आया। फिर उन्होनें दृष्टिहीन नागरिकों की समस्याओं को ध्यान में रखकर कुछ पहलुओं पर शोध करने के बाद इस स्मार्ट स्टिक का निर्माण किया! इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन (ईसीई) विभाग के हेड एवं फैकल्टी द्वारा स्टूडेंट्स की इस शोध, खोज एवं प्रोडक्ट निर्माण में मदद की गई है।
इस स्मार्ट स्टिक का पहला मॉडल स्टूडेंट्स द्वारा यूनिवर्सिटी के कुलपति एवं तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी आई.ए.एस के सन्मुख प्रस्तुत किया गया! उन्होंने स्टूडेंट्स के शोध एवं निर्माण पर ख़ुशी व्यक्त की! टीम को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने स्मार्ट स्टिक तैयार करने एवं निशुल्क वितरित करने के साथ साथ इसे पेटेंट कराने की लागत का भुगतान भी यूनिवर्सिटी की तरफ से करने का भरोसा दिलाया। उन्होने खर्च की रिपोर्ट तैयार कर रजिस्ट्रार कार्यालय के माध्यम से संबंधित इंजीनियरिंग विभाग को प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं! श्री राहुल भंडारी ने कहा कि यह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए स्टूडेंट्स द्वारा की गई एक पहल है, जिसे कम नहीं आंका जाना चाहिए। आज शिक्षण संस्थानों का कर्तव्य है कि स्टूडेंट्स को समाज के हर वर्ग के प्रति जवाबदेह बनाएं, ताकि स्टूडेंट्स समाज उत्थान का कार्य कर पाएं। सहायक प्रोफेसर डॉ. राकेश गोयल ने स्मार्ट स्टिक के बारे में बताया कि इसमें एक बैरियर डिटेक्टर डिवाइस है, जिसके माध्यम से दृष्टिहीन व्यक्ति को अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बारे में जानकारी मिल सकती है! उन्होंने बताया कि कई बार दृष्टिहीन व्यक्ति को गीली या फिसलन वाली सतह का पता नहीं चलता है एवं वह फिसल जाता है! इस बात को ध्यान में रखते हुए इस स्मार्ट स्टिक में नमी का पता लगाने वाला उपकरण भी लगाया गया है!
शोध के दौरान, स्टूडेंट्स ने यह भी देखा कि कई बार दृष्टिहीन व्यक्ति अपनी छड़ी रखकर भूल जाता है! इस समस्या के समाधान के लिए दृष्टिहीन को हाथ में पट्टी उपलब्ध होगी, जिसपर लगे बटन को दबाने से छड़ी में लगा हूटर बजेगा और व्यक्ति छड़ी तक पहुँच पायेगा! स्टिक पर एक नाइट सेंसर का भी इस्तेमाल किया गया है, जो दृष्टिहीन व्यक्ति के अंधेरी जगह में प्रवेश करने पर स्मार्ट स्टिक पर एलईडी लाइट चालू कर देगा! इससे वाहन चालकों को दृष्ठिहीन व्यक्ति के सड़क होने की जानकारी हो जाएगी और दुर्घटना नहीं होगी! स्टिक में सोलर चार्जिंग फीचर एवं यूएसबी चार्जिंग भी उपलब्ध है। इसका वजन बहुत ही हल्का है और इसमें बहुत कॉम्पैक्ट डिज़ाइन हैं! स्टूडेंट रचित कुमार, ऋतिक कुमार, साहिल कुमार, मनीष कुमार, निजमान झा और नवनीत कुमार को इस प्रोजेक्ट के लिए राष्ट्रीय स्तर के इवेंट टेक फेस्ट में तीसरा स्थान भी हासिल हुआ है एवं 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी मिला है। रजिस्ट्रार डॉ. एसके मिश्रा ने स्टूडेंट्स की पहल की सराहना की और इस शोध के बेहतर भविष्य की कामना की! स्टिक प्रस्तुति के दौरान डॉ. आशीष अरोड़ा, डीन, आरआईसी, प्रो. अवतार सिंह, इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, डॉ. सतबीर सिंह व अन्य मौजूद रहे!