दिल्ली की आजादपुर मंडी में हिमाचल के चेरी सहित अन्य गुठलीदार फल उत्पादकों से खुलेआम लूट हो रही है। हेंडलिंग चार्ज (लोडिंग-अनलोडिंग) के नाम पर एक किलो के डिब्बे पर 5 रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। इस साल चेरी, प्लम सहित अन्य गुठलीदार फलों की फसल बहुत कम है। उस पर मंडियों में हो रही अवैध वसूली बागवानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शिमला सहित प्रदेश के अन्य जिलों से बागवान गुठलीदार फलों के बढ़िया रेट के लिए दिल्ली की आजादपुर मंडी का रुख कर रहे हैं, लेकिन मंडी में अवैध वसूली से बागवानों को निराशा हाथ लग रही है।
शिमला जिले के सबसे बड़े चेरी उत्पादक क्षेत्र थानाधार-भुट्टी की द बाहली सर्विस कारपोरेटिव सोसायटी लिमिटेड के संयोजक सतीश भलेईक ने बताया कि आजादपुर मंडी में चेरी के एक डिब्बे (एक किलो) के एवज में 5 रुपये लोडिंग अनलोडिंग चार्ज वसूला जा रहा है। इतना ही नहीं ”डाला” के नाम पर गाड़ी में जितने डिब्बे होते हैं, एक रुपया प्रति डिब्बे अतिरिक्त वसूली हो रही है। गाड़ी में अगर चेरी के 2000 डिब्बे हैं तो 2000 रुपये डाला के नाम पर वसूले जा रहे हैं। अगर डाला न दो तो मंडी के अंदर गाड़ी से चेरी के डिब्बे ही गायब कर दिए जाते हैं। मंडी में अकेला बागवान और गाड़ी का ड्राइवर चाह कर भी कुछ नहीं कर पाता।