करनाल-हरियाणा सरकार द्वारा 29 अगस्त 2023 को प्रदेश के प्रमुख अखबारो मे जारी विज्ञापन “देशी कपास उगाएं-अनुदान पाएं” प्रोत्साहन योजना किसानो व टेक्सटाइल सेक्टर के लिये अव्यावहारिक निर्णय है, क्योंकि प्रदेश मे देशी कपास फसल की बुआई अप्रैल के अंत तक हो जानी चाहिए। जब देसी कपास अंकुरित होती है तो उस वक्त अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम होना जरूरी होता है। अन्यथा फसल का उत्पादन कमजोर हो जाएगा। इसलिये अगस्त महीने के आखिरी सप्ताह मे सरकारी प्रोत्साहन योजना की घोषणा करना गलत समय पर लिया गया निर्णय साबित होगा जिसका का फायदा अब ज्यादातर किसान नही उठा पायेंगे ।
फिर टेक्सटाइल सेक्टर में रंग, वस्त्र फाइबर, मशीनरी और उत्पाद, कपड़ा और परिधान प्रक्रियाओं को डिजाइन और नियंत्रित करने की प्रक्रिया शामिल है। जिसमें फैशनेबल कपड़ों की मांग को ध्यान में रखते हुए, बहुत ज्यादा रिसर्च, क्रिएटिविटी और इनोवेशन की जरूरत होती है । जिसमे लम्बे रेशे वाली अमेरिकन कपास की ज्यादा ज़रुरत होती है जबकि देशी कपास छोटे व मध्यम रेशे वाली होने से टेक्सटाइल सेक्टर मे कम ही उपयोग होता है। इसलिये देशी कपास का ज्यादा उत्पादन किसानो के लिए विपणन के तौर पर अव्यावहारिक निर्णय साबित होगा ।