आधुनिकता के दौर में युवा पीढ़ी की मनाए जाने वाले त्योहारों के प्रति दिलचस्पी कम होती जा रही है। अपने इन त्योहारों को जिन्दा रखने के लिए हिम कला संगम ने एक अनूठी पहल शुरू की है। इसके साथ हिमाचल प्रदेश में मनाए जाने वाले त्योहार व पकवानों का नई पीढ़ी के लिए हिम कला संगम 13 अप्रैल से 16 अप्रैल तक प्राथमिक पाठशाला मलोण में प्रशिक्षण व ज्ञान प्रदान करेगी । इस प्रशिक्षण में युवाओं व युवतियों को बैसाखी के भल्ले , दिवाली की ऐंकलियाँ , सैर के बबरू , खिचड़ी आदि सभी त्योहारों में बनाये जाने वाले पकवान से जुडी बातें व उनकी महत्वता से रूबरू करवया जायेगा। हिम कला संगम के अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने मिडिया से रूबरू होते हुए कहा कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में साल भर बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं। प्रदेश की पहाड़ी संस्कृति का प्राचीन भारतीय सभ्यता या यूं कहें तो देसी कैलेंडर के साथ एकरसता का परिचायक है। वैशाखी उत्सव भी इन्हीं त्योहारों में से एक है। प्रदेश में 13 अप्रैल से वैशाखी उत्सव मनाया जा रहा है । हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की धरती है। यहां पर आयोजित होने वाले मेले, त्यौहार और उत्सव हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। हर त्योहार हमारे जीवन में हर्ष, आनंद, उमंग, उल्लास, प्रेम, शांति, संतुष्टि तथा खुशियों का संचार करते हैं। इन त्योहार और मेलों से सामाजिक सहयोग, समरसता, सौहार्द तथा भाईचारा बढ़ता है।त्योहार और मेले हमारी संस्कृति के परिचायक होते हैं। इनमें हमारी परंपरागत संस्कृति के दर्शन होते हैं। हम हमारा जितना ध्यान रखते हैं, उससे कहीं अधिक हमें धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की प्रेरणा के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इस कड़ी को लेकर एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें ग्राम पंचायत प्रधान क्यार क्नैता के रघुराज पराशर , उप प्रधान नीलम ठाकुर, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष जगर नाथ शर्मा, पूर्व उपप्रधान जयदेव ठाकुर, पूर्व उप प्रधान चमन लाल शर्मा , हरी कृष्ण समाज सेवक कलौण भगतां ,नरेश चौधरी प्रधान संघर्ष समिति ,कृष्ण सिंह समाजसेवी मलोन खास , जीत राम वार्ड सदस्य लोहार घाट ,ब्रिज लाल ठाकुर ,मस्त राम बार्ड सदस्य , राज कुमार कश्यप लोहार घाट आदि बैठक में उपस्थित रहे। सतपाल शर्मा ने कहा की इस बैसाखी आयोजन में हिमाचल प्रदेश के दूरदर्शन आकाशवाणी के उच्च कोटि के कलाकार भाग लेंगे । बिलासपुर और सोलन जिले की सीमा पर बसे मलोण क्षेत्र में राज्य स्तरीय वैशाखी उत्सव पर सोलह संस्कार व लोकगीतों का आयोजन होगा। हिम कला संगम 13 अप्रैल से 16 अप्रैल तक प्राथमिक पाठशाला मलोण में पहली बार राज्य स्तरीय वैशाखी उत्सव एवं सोलह संस्कार तथा लोकगीत संस्कार गीतों की प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में ग्राम पंचायत मलोण खास एवं क्यार कनैता का भी सहयोग रहेगा। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले की 15 व 10 पंचायतें सोलन की भाग ले रही है। इनमें 35 महिला मंडल और सांस्कृतिक दल इस आयोजन में भाग लेंगे।कार्यक्रम प्रातः 9 बजे से आरंभ होकर शाम 5 बजे तक चलेंगे। उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल को इस उत्सव का उद्घाटन ग्राम पंचायत मलोण खास की प्रधान गोदावरी देवी करेंगी। 14 अप्रैल को क्यार कनैता पंचायत के प्रधान रघुराज पराशर मुख्य अतिथि होंगे। इस दिन कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश इंटक के अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा करेंगे। 16 अप्रैल को मुख्य संसदीय सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार संजय अवस्थी मुख्य अतिथि की भूमिका निभाएंगे और कलाकारों तथा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान करेंगे। हिम कला संगम ने सभी से आग्रह किया है कि वह इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लें।
