SYL के पानी को लेकर बीजेपी के नेताओं ने आज जहा अलग अलग ज़िलों में उपवास किया। वही दूसरी तरफ करनाल में किसान संगठनों से जुड़े किसानों ने बीजेपी के नेताओ के उपवास का विरोध करते हुए कमेटी चौक पर बीजेपी के उपवास के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया, इतना ही नहीं बाद किसान बीजेपी के नेताओं का विरोध करने के लिए उस जगह भी काले झंडे लेकर पहुंच रहे थे जहां पर बीजेपी के नेता उपवास कर रहे थे लेकिन रास्ते में पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया।
एक तरफ बीजेपी के नेता थे तो दूसरी तरफ किसान , बीजेपी के नेता SYl का पानी चाहते है तो किसान चाहता है कि कृषि कानून रद्द हो। इसी को लेकर आज किसानों ने बीजेपी के नेताओं का विरोध करने के लिए प्रदर्शन किया , काले झंडे लेकर उस तरफ बढ़े जहां बीजेपी के नेता SYL को लेकर उपवास पर बैठे थे, दोनों आमने सामने ना हो जाएं इसलिए बीच मे व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रशासन ने मौके पर आकर मोर्चा संभाला।
किसान बीजेपी के प्रदर्शन से महज थोड़ी ही दूरी पर थे कि बीच मे प्रशासन ने किसानो का रास्ता रोक लिया। किसानो के हाथ मे काले झंडे थे और वो बीजेपी के नेताओं का विरोध करना चाहते थे। किसानों का कहना है कि वो जो नेता बैठे हैं वो नकली किसान हैं , किसान आंदोलन कर रहा है , सिंघु बॉर्डर पर बैठा है ये आंदोलन को तोड़ने का काम कर रही है सरकार और हम आंदोलन को टूटने नहीं देंगे।
किसानों का ये भी कहना है कि केवल हरियाणा और पंजाब का भाईचार बिगड़ने के लिए अब एस फाई एल का मुद्दा उठा रहे है।