पानीपत में दो मुस्लिम समुदाय की छात्राओं में आपस में इतनी गहरी दोस्ती हो गई कि उन्होंने साथ जीने मरने की कसमें खा ली। महिला संरक्षण अधिकारी को घरेलू हिंसा की शिकायत देकर दोनों ने अपना घर तक छोड़ दिया और दिल्ली की एक एनजीओ के पास रह रही है, जूनियर छात्रा ने शौहर की भूमिका निभाने के लिए जेंडर चेंज कराने का भी मन बना लिया है। जिस वजह परिजनों ने भी उससे रिश्ता तोड़ लिया है। जबकि सीनियर लड़की एक कॉलेज में बीएससी फाइनल ईयर की और जूनियर दूसरे कॉलेज में बीए सेकेंड सेमेस्टर की छात्रा है। जूनियर छात्रा सीनियर से मिलने के लिए उसके कॉलेज में भी जाती थी। परिजनों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने दोनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। जिसके बाद जूनियर छात्रा ने महिला संरक्षण अधिकारी को घरेलू हिंसा की शिकायत देकर घर छोड़ दिया। वहीं दूसरी तरफ सीनियर ने भी अपना घर छोड़ दिया । दोनों आप दिल्ली की एक एनजीओ के पास रह रही हैं।
जूनियर छात्रा ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि उसे पता चला है, कि जेंडर चेंज कराने में करीब 3 से 4 लाख का खर्च आता है, वह इन रुपयों को इकट्ठा करने के लिए दिन रात मेहनत करेगी। वह इसके लिए अपने परिजनों को भी मना लेगी।
महिला संरक्षण अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि छात्रा ने शिकायत दी थी कि उसका पिता उसके साथ मारपीट करता है । जिस शिकायत पर पिता को काउंसलिंग के लिए कार्यालय बुलाया गया था, जिसमें पिता ने लेस्बियन होने का खुलासा किया।