चंडीगढ़ , कुछ एथिकल हैकर काफी पैसा कमा रहे हैं और यह इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। इस तरह के बग हंटिंग का काम करने वाले ज्यादा लोग युवा होते हैं , बताया हरिंदर ने जिन्होंने हाल ही में सिंगापुर सरकार की वेबसाइट से क्रिटीकल बग यानि खामी बताई ,जिसकी ऐवज में सिंगापुर सरकार ने उन्हें देश के उच्च सम्मान सी 01 एन बैज से सम्मानित किया ।
हरिंदर ने बताया कि इंडस्ट्री के अनुमान के मुताबिक हैकरों में दो तिहाई की उम्र 18 से 29 साल के बीच है। इन लोगों को बड़ी कंपनियां कोई भी खामी बताने पर बड़ी इनामी राशि देती है। वे किसी साइबर अपराधी से पहले वेब कोड की कमी का पता लगाते हैं।
जिन बग का पहले पता नहीं चल पाया हो उन्हें तलाशना बेहद मुश्किल काम होता है। लिहाजा इस काम के लिए उन्हें हजारों डॉलर की रकम मिलती है। यह एक तरह से एथिकल हैकरों के लिए बड़ी इनसेंटिव होती है।
हरिंदर की बात करें तो उन्हें स्कूल के समय से हैकिंग में बहुत इंटरेस्ट था व दिन-रात वेबसाइट में खामियां ढूंढने में लगे रहते थे हालांकि उन्होंने इसकी विधिवत ट्रेनिंग भी ली हुई है लेकिन यदि हैकर के प्रोफेशन में किसी ने आना हो तो पैशन बहुत आवश्यक है ।