रेल मंत्रालय कुंभ मेले के लिए व्यापक व्यवस्था करने पर काम कर रहा है और जनवरी में प्रयागराज में आयोजित होने वाले इस विशाल धार्मिक समागम के लिए 992 विशेष रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद यह जानकारी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सात पोस्ट किए और बताया कि कुंभ मेला के लिए रेल मंत्रालय ने क्या तैयारियां की हैं। उन्होंने लिखा “कुंभ मेला – विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम! भारतीय रेलवे कुंभ मेला 2025 के लिए रिकॉर्ड ट्रेनें, उन्नत ट्रैक और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए तैयार है! जानिए सभी रेलवे सुविधाएं”
इसके बाद सात पोस्ट में रेल मंत्री ने पहले महत्वपूर्ण तिथियां बताईं। इसके बाद उन्होंने बताया कि प्रयागराज क्षेत्र से रोजाना 140 ट्रेनें चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनों के ट्रेनों के लिए 174 रैक प्लान किए गए हैं। मेमू या डेमू ट्रेन में 16 और लंबी दूरी की ट्रेनों में 20 डिब्बे हैं। स्पेशल ट्रेनों की संख्या 2019 में 695 से बढ़ाकर 2025 में 992 कर दी गई है। सामान्य ट्रेनों की संख्या 2019 में 5000 थी, जो 2025 में 6580 होगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि रेलवे ने कई रूट पर दूसरी लाइन बिछाने का काम भी पूरा कर लिया है और यात्रियों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर काम किए गए हैं।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, विशेष रेलगाड़ियां चलाने के अलावा मंत्रालय ने यात्रियों के लिए विभिन्न बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण और उन्नयन के लिए 933 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। इसके अलावा प्रयागराज मंडल और आसपास के क्षेत्रों में ट्रेनों की सुचारू आवाजाही के लिए 3,700 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे पटरियों का दोहरीकरण तेजी से किया जा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और दो रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और वी सोमन्ना ने 12 जनवरी से शुरू होने वाले कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठकें कीं। अधिकारी ने कहा, “वे तैयारी गतिविधियों का जायजा लेने के लिए उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर पूर्वी रेलवे जैसे संबंधित जोन के महाप्रबंधकों सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ नियमित रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंस भी करते हैं।”
अधिकारी के अनुसार, प्रयागराज, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय और लखनऊ जैसे संबंधित रेलवे मंडलों के मंडल प्रबंधक भी विभिन्न विकास कार्यों पर नियमित अपडेट प्रदान करने के लिए इन बैठकों में भाग लेते हैं। इस आयोजन में 30 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसलिए रेल मंत्रालय ने प्रयागराज के लिए विभिन्न शहरों से 6,580 नियमित ट्रेनों के अलावा 992 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।