प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के भटौलीकलां हिमुडा इंडस्ट्रियल एरिया इनदिनों हिमुडा के अधिकारियों के सुस्त रवैये के चलते अनदेखी का शिकार बन गया है। यहा पर करीबन 70-80 उद्योग स्थापित है। लेकिन हिमुडा की अनदेखी के चलते सीवरेज के चैंबर जगह जगह से टूटे हुए है।ओर नालियां खुली पड़ी है। ड्रेनेज सिस्टम सही ढंग का नही होने से सीवरेज का गंदा पानी लगातार सड़क पर बहता रहता है जिससे सड़के टूट रही है और सीवरेज का गंदा पानी सुबह शाम बदबू मारता रहता है । जिससे उद्योगपतियों, कामगारों व स्थानीय लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर गड्ढे होने के चलते आवाजाही भी मुश्किल हो गई है।
लेकिन हिमुडा के कानों पर जूं तक नही रेंग रही है। जबकि इस बारे में हिमुडा को उद्योगपतियों व स्थानीय लोगों द्वारा कई बार अवगत करवाया जा चुका है। वही समस्या का समाधान नही होने से ग्रामीणों व उद्योगपतियों ने टूटी हुई सड़कें और सीवरेज की समस्या को लेकर वीरवार को भटोली कला में धरना प्रदर्शन किया । वहीं स्थानीय ग्रामीण व उद्योगों के पदाधिकारियों का कहना है कि सुविधा देने के नाम पर उद्योगों से हिमुडा हर महीने लाखों रूपए का मेंटेनेंस वसूल रहा है पर धरातल पर विकास के नाम पर एक रुपय भी विकास के लिए खर्च नही किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि अगर यही हाल रहेगा तो उद्योग यहा से पलायन करने को विवश होंगे जिसकी जिम्मेदारी हिमुडा विभाग की होगी। ग्रामीणों और उद्योगपतियों ने कहा कि यह समस्या बहुत पुरानी है।इसका हिमुडा द्वारा एक महीने के अंदर स्थाई रूप से कोई हल नही किया गया तो मजबूरन उन्हें आंदोलन का रास्ता इफ्तियार करना पड़ेगा । लोगो ने हिमुडा के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की, जिसमे भटोलिकलां के उद्योगों के पदाधिकारो ने पूरा साथ दिया। भाई जब इस पूरे मामले पर हिमुडा के एक्सईएन गिरीश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भटौली कला इंडस्ट्रियल एरिया की सड़कों का टेंडर लग चुका है बरसात के चलते उसे रोका गया था जोकि एक-दो दिन में काम शुरू कर दिया जाएगा और सीवरेज की समस्या का भी हल निकाला जाएगा