हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के बद्दी व नालागढ़ मे भारी बारिश के कारण आई आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने पहली बार पहुंची इंटर मिनिस्टीरियल केंद्रीय टीम ने बद्दी व नालागढ़ के पहाड़ी स्थानों व पुलो का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। टीम में निदेशक सी.डब्ल्यू.सी. पीयूष रंजन, निदेशक सी.ई.ए.आर.के. मीणा, एस.ई. सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग मंत्रालय वरुण अग्रवाल उपस्थित रहे। टीम ने जिला सोलन के दून व नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मुख्यता उद्योगिक क्षेत्र बद्दी व बरोटीवाला को जोड़ने वाले लकड़ पुल,पहाड़ी गाँव साई, सिल्ल, सुनानी, खाल्ली, रामशहर के गांव बाहली, मँजेड, नालागढ़ शिमला मार्ग आदि आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
एडीसी सोलन अजय यादव ने केंद्रीय दल को जिले में हुए नुक्सान की जानकारी दी साथ ही लोक निर्माण, जल शक्ति व बिजली आदि विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों को हुए नुक्सान की जानकारी सेंट्रल टीम को दी। एडीसी ने बताया कि सोलन जिले में आपदा से करीब 650 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है।
मीडिया से बातचीत के दौरान निदेशक सी.डब्ल्यू.सी. पीयूष रंजन ने बताया की केंद्रीय टीम दूसरी बार आई है। पहली बार जुलाई मे आये थे और अभी दो टीम आई है एक टीम अभी धर्मशाला जिले मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा ले रही है और हमारी टीम पिछले कल सिरमौर जिले का निरीक्षण करके आई है और आज जिला सोलन का निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जुलाई के बाद दूसरे स्पैल में जो डैमेजेस हुए हैं उसका आकलन करने के लिए यह दो टीमे आई है और बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के बाद हम अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेंगे ओर डैमेजेस के अनुसार केंद्र सरकार सहायता राशि देगी ओर ग्रमीणों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार और डिस्टिक एडमिनिस्ट्रेशन लोगो को राहत देगे ओर व अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही पता चल पाएगा कि नुकसान कितना हुआ है और कितनी सहायता राशि हो पाएगी।