पाकिस्तानी एजेंसी ISI का एजेंट कलीम दिन में सब्जी बेचने का दिखावा कर मासूम लड़को को फसाता। दरअसल, कलीम दिन में सब्ज़ी बेचने का काम करता था ताकि लोगों को उसपर शक न हो, लेकिन वह रात में ISI के लिए काम करता था और 6 राज्यों में उसने ISI के लिए लड़कों को भी तैयार कर लिया था। उसने ISI के लिए हथियार और पैसों का लालच देकर लोगों को तैयार किया था। हालांकि STF अब गंभीरता से पूरे मामले की जांच कर रही है। शामली में आइबी, STF ने डेरा डाल लिया है। शामली के मोहल्ला नोकुआं रोड निवासी आइएसआइ का एजेंट कलीम सब्जी बेचने का दिखावा करते हुए देशभर में ISI का नेटवर्क मजबूत करने का काम कर रहा था। (Uttarpradesh News)
सूत्रों द्वारा बताया गया कि कलीम के कब्जे से जो उर्दू में लिखे पेपर बरामद हुए हैं, उनमें आइएसआइ के कोडवर्ड और भारतीय सेना के स्थलों की जानकारी के बारे में लिखा हुआ है। उनके माध्यम से वह देशभर में प्रचार किया करता था। सूत्रों ने बताया कि कलीम ने आइएसआइ के प्रचार की शुरुआत वेस्ट यूपी के जिले शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर से की गई थी। कलीम अपने साथियों के साथ देशभर में आइएसआइ के लिए लोगों को जोड़ रहा था। वह रोजाना दिन के समय में मंडी से सब्जी लाने के बाद दिनभर बिक्री किया करता था और रात में वाट्सएप आदि के जरिए आइएसआइ के लिए लड़कों को तैयार किया करता था। कई मर्तबा वह यूपी से बाहर दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्ताखंड़ भी गया है। जहां युवाओं के एक समूह को बनाकर उनको आइएसआइ के लिए तैयार करता था।
कलीम ने छह राज्यों से अपने साथ जोड़े गए युवाओं को कुछ पैसों का लालच देकर कहा था कि तुम्हें भारत में जिहाद फैलाने के लिए असलहा व गोला-बारूद तथा पैसा दिया जाएगा। यदि वह ISI में शामिल होंगे तो उन्हें पैसा भी मिलेगा| कलीम युवाओं को भारत में जिहाद फैलाने के लिए प्रेरित कर रहा था। आइएसआइ के प्रचार के दौरान वह शहादत की दुआ जैसे संदेश भी युवाओं को देता था। गुरुवार से ही शामली में एसटीएफ और आइबी ने डेरा डाल लिया है। हालांकि, STF द्वारा मामले की जांच जारी हैं| (Uttarpradesh News)