लुधियाना, जनता के व्यापक हित में एक और पहल करते हुए `आप’ सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने विस्तारा, एयर इंडिया, इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइस जेट, आलियांज एयरलाइंस, गो एयर और गो फर्स्ट के सीईओ को लुधियाना (हलवारा हवाई अड्डा) से दिल्ली (आईजीआई) की उड़ानों के संबंध में पत्र लिखा है।
सीईओज़ को लिखे अपने पत्र में, अरोड़ा ने लिखा है कि हलवारा हवाई अड्डे (लुधियाना) के टर्मिनल का काम जोरों पर है और उम्मीद है कि यह जून 2023 के अंत तक तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन हवाईअड्डा रनवे के साथ एक पूर्ण विकसित हवाईअड्डा होगा, जिस पर बड़े आकार के विमान उतर सकेंगे।
अरोड़ा ने सीईओज़ से अनुरोध किया कि आईजीआई दिल्ली से हलवारा हवाई अड्डे के लिए शुरू होने वाली उड़ानों को समायोजित करने के लिए विमानों के कार्यक्रम की योजना बनाएं।
उन्होंने यह भी लिखा कि लुधियाना एक औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र होने के नाते उड़ानें निश्चित रूप से व्यावसायिक रूप से सफल होंगी।
सांसद के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से, अरोड़ा हलवारा हवाई अड्डे के तेजी से और समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित केंद्रीय मंत्रियों और अधिकारियों के साथ लगातार इस मामले को उठाते रहे हैं। उन्होंने हवाई अड्डे के निर्माण में चल रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत दौरे भी किए हैं।
इस बीच, अरोड़ा ने कहा कि यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस परियोजना में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं, उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी में मुख्यमंत्री ने खुद भी सिविल एयर टर्मिनल हलवारा में चल रहे काम का निरीक्षण किया था और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के लिए कहा था ताकि निर्माण कार्य अतिशीघ्र पूरा किया जा सके।
अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार सिविल एयर टर्मिनल का काम जल्दी पूरा करने के लिए पहले ही 50 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सही कहा है कि यह प्रोजेक्ट पंजाब को हवाई संपर्क के नक्शे पर और आगे ले जाएगा और यात्रियों के लिए समय, धन और ऊर्जा की बचत करेगा। अरोड़ा ने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास को गति देने के लिए परियोजना का समय पर पूरा होना समय की मांग है।
अरोड़ा ने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के उदासीन रवैये के कारण परियोजना में देरी हुई है। यदि समय-सीमा के अनुसार काम किया गया होता तो यह 31 मार्च, 2022 तक पूरा हो गया होता। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट उनके लिए एक “ड्रीम प्रोजेक्ट” है क्योंकि यह न केवल लुधियाना और इसके आसपास बल्कि पूरे राज्य में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा, “मैं अगले आने वाले महीनों में अपने सपने के सच होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।”