पानीपत के एसडी कॉलेज का बीए तृतीय वर्ष का छात्र और एनएसएस का इंचार्ज कृष्ण और आर्य कॉलेज की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति के बीच प्रेम प्रसंग था। दोनो के परिजन शादी से इंकार कर रहे थे जब लाख कोशिशों के बाद परिजन नहीं माने तो दोनों ने टीवी धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख कर रच डाली एक खौफनाक साजिश। दोनों ने एक प्लान बनाया कि वह अपने कॉलेजों में अपने जैसी कद काठी की लड़की की तलाश करना शुरू कर दिया प्रेमी कृष्ण ने अपने एनसीसी कैंडिडेट सिमरन से मुलाकात की वह कद काठी में देखने में हूबहू ज्योति जैसी लगती थी।5 सितंबर 2017 को कृष्ण ने कॉलेज की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा और एनसीसी की कैंडिडेट सिमरन को जीटी रोड पर गोशाला मंदिर के कमरे में यह कहकर बुलाया कि नाटक की रिहर्सल करनी है। बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र व गढ़ी छाजू निवासी मंजीत को यह कहकर बुलाया कि कैंप लगाया जाएगा और मिलिट्री के ऑफिसर भी आएंगे। मंजीत री-अपीयर का फार्म भरने की बात कहकर कॉलेज लौट आया। फिर दूसरी बार गया तो कमरा बंद मिला। इससे पहले ज्योति ने अपनी सहेली सिमरन को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी और फिर कृष्ण के साथ मिलकर गला घोंट कर हत्या कर दी। ज्योति ने अपने कपड़े भी सिमरन को पहनाए। फिर चेहरे पर तेजाब डाल दिया। मौके पर ज्योति का कॉलेज का आई कार्ड और मोबाइल फोन छोड़ दिया। स्वजनों ने शव ज्योति का मानकर संस्कार कर दिया। उधर ज्योति और कृष्ण दोनों शिमला फरार हो चुके थे और दोनों शिमला के एक होटल में रुके हुए थे। थाना चांदनी बाग पुलिस ने मामला दर्ज किया। 7 सितंबर को पुलिस ने शव की तस्वीर सिमरन के पिता अशोक दुबे को दिखाई।जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पानीपत के थाना में दर्ज थी उसने बेटी की पहचान की। इसके बाद पुलिस पुलिस को शक हुआ और ज्योति और उसके प्रेमी कृष्ण की तलाश शुरू की फोन की लोकेशन सिर्फ कृष्ण और ज्योति को शिमला के रॉयल होटल से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी कृष्ण की 2020 में जेल के अंदर अज्ञात कारण से।मौत हो गई। कोर्ट ने 28 मार्च 2023 को 26 लोगो की गवाही के बाद ज्योति को दोषी करार दिया और आज उम्रकैद 70 हजार रुपए का जुर्माना सुनाया है।
मृतक सिमरन की मां उषा दुबे ने बताया की आज उनकी बेटी को इंसाफ मिला है।उनकी बेटी को तो कुछ भी मालूम नहीं था। और उसके साथ इतनी बड़ी साजिश रची गई आज उनको खुशी है की आज बेटी को इंसाफ मिला है।